नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रो. विजय कुमार मलहोत्रा के मुताबिक बलात्कार के मामलें में फास्ट ट्रेक न्यायालय तो बनाए गए हैं परंतु सैंकड़ों मामले सालों से लंबित हैं और आरोपियों को अभी तक कठोर सजाएं नहीं मिली। प्रो. मलहोत्रा ने कहा कि कानून में बदलाव करके बलात्कार के अपराधी को फांसी का प्रावधान किया जाए और फास्ट ट्रेक न्यायालय में फैसला एक-दो माह में हो जाना चाहिए।
मलहोत्रा ने कहा कि दामिनी सामूहिक बलात्कार केस को चार से अधिक महीने हो चुके हैं परंतु अभी तक मुकदमा लटका हुआ है और शीघ्र फैसला होने की कोई संभावना नहीं है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में ही प्रति दिन औसतन चार से 6 बलात्कार के मामले सामने आ रहे हैं परंतु शीघ्र फैसला करके कड़ी सजा न होने के कारण अपराधी बेखौफ हो गए हैं। बलात्कारियों के मन में दहशत पैदा करने के लिए आवश्यक है कि उन्हें शीघ्रताशीघ्र फांसी की सजा दी जाए और उसके लिए अधिक से अधिक फास्ट ट्रेक न्यायालय बनाए जाएं।
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