केंद्रीय विद्युत राज्य मंत्री
श्री ज्योतिदित्य माधवराव
सिंधिया ने हरियाणा
के मुख्यमंत्री श्री
भूपिन्दर सिंह हुड्डा
के साथ हरियाणा
के झज्जर में
आज इंदिरा गांधी
सुपर ताप विद्युत
परियोजना को राष्ट्र
को समर्पित किया।
मंत्री महोदय ने इस
परियोजना की सफलता
के लिए एनटीपीसी
तथा हरियाणा और
दिल्ली सरकारों की प्रशंसा
की। श्री सिंधिया
ने कहा कि
इस परियोजना के
आरंभ होने से
पहले चरण में
सभी तीनों इकाईयों
को सौंप दिया
गया है और
वाणिज्य परिचालन शुरू हो
गया है अभी
इस संयंत्र में
1500 मेगा वॉट बिजली
उत्पन्न की जा
रही है। 2007 में
यूपीए अध्यक्ष श्रीमती
सोनिया गांधी ने इस
परियोजना की आधारशिला
रखी थी। यह
परियोजना कुल 7900 करोड़ रूपये
की लागत से
पूरी की गयी
है। पर्यावरण के
बारे में मंत्री
महोदय ने कहा
कि इसके लिए
राज्य प्रदूषण नियंत्रण
बोर्ड तथा पर्यावरण
एवं वन मंत्रालय
से सभी नियामक
संबंधी मंजूरी ली गयी
है। इसमें उच्च
पर्यावरण मानक का
पालन किया जा
रहा है जिसके
तहत फ्लाई-एश
के 100 प्रतिशत निपटान के
लिए हाई कंसंट्रेशन
स्लरी डीस्पोजल सिस्टम
-एचसीएसडी तथा ड्राई
एश प्रणाली लगाई
गई है। पहली
बार एनटीपीसी के
संयंत्रों में व्यर्थ
जल को फिर
से इस्तेमाल करने
की व्यवस्था के
लिए रिवर्स ऑस्मोसिस
प्लांट तथा एश
वॉटर के लिए
एश वाटर रिसर्कुलेशन
सिस्टम लगाया गया है।
इस वर्ष इस
विद्युत संयंत्र में 5 अरब
यूनिट से अधिक
बिजली उत्पन्न की
गई है जो
हरियाणा में कुल
बिजली उत्पादन का
20 प्रतिशत है। हरियाणा,
दिल्ली और उत्तरी
क्षेत्र के अन्य
राज्यों तथा केंद्र
शासित प्रदेशों को
इस ताप विद्युत
परियोजना से काफी
लाभ होगा।
दिल्ली के बिजली
मंत्री श्री हारून
यूसुफ, हरियाणा की शिक्षा
मंत्री गीता भुक्कल
तथा केंद्रीय बिजली
अपर सचिव श्री
अशोक लवासा भी
इस कार्यक्रम में
मौजूद थे।
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