अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) के अंतर्राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन का 102वां सत्र अगले सप्ताह से जिनेवा में प्रारंभ होगा। 15 दिनों तक चलने वाले इस सत्र के एजेंडे में नये भौगोलिक संदर्भ में रोजगार और सामाजिक सुरक्षा, दीर्घकालिक विकास, शानदार कार्य और बेहतर रोजगारों के साथ-साथ सामाजिक वार्ता के रणनीतिक उद्देश्यों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
इस संबंध में आईएलओ के 102वें सत्र में शामिल होने वाले भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के लिए यात्रा से पूर्व केन्द्रीय श्रम और रोजगार सचिव डॉ. मृत्युंजय सारंगी की अध्यक्षता में आज नई दिल्ली में एक विचार-विमर्श बैठक का आयोजन किया गया।
वार्ता के दौरान इस बात पर जोर दिया गया कि यह सम्मेलन सामाजिक साझेदारों और सरकारों को इस दिशा में किए जाने वाले प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कार्यों से जुड़े मुद्दों पर अपने विचारों को सामने लाने और इस क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए सर्वश्रेष्ठ संभव तंत्र का सुझाव देने के लिए एक विशेष अवसर प्रदान करेगा। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को आई एल ओ सत्र में शामिल होने वाले मुद्दों पर एक व्याख्यान भी दिया गया।
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