भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी कल (मई 8, 2013) राष्ट्रपति भवन में ‘कंटेमपरराईजिंग टैगोर एंड द वर्ल्ड’ पुस्तक की पहली प्रति ग्रहण करेंगे।
यह पुस्तक अप्रैल-मई 2011 में ढाका में सम्पन्न संयुक्त भारत-बांग्लादेश सेमिनार में टैगोर के विचारों की समकालीन प्रासंगिकता पर चर्चा करने के लिए प्रस्तुत पेपर्स के संपादित संस्करणों का संकलन है।
सेमिनार का आयोजन गुरूदेव रविन्द्रनाथ टैगोर के 150वें जन्मदिन की शुरूआत पर हुआ था। यह पुस्तक टैगोर के 150वें जन्मदिन की शुरूआत हुई विभिन्न गतिविधियों का साकार परिणाम है, जोकि भारत और बांग्लादेश के बुद्धिजीवियों, कलाकारों, कवियों और अन्य लेखकों के प्रयासों से हुआ यह एक अंतर्राष्ट्रीय आयोजन था। इसमें न केवल भारत और बांग्लादेश के बल्कि चीन, जापान, रूस, नीदरलैंड, सर्बिया, यूके और अर्जेंटाइना के विद्वानों ने भी योगदान किया।
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