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गुलाम नबी आजाद ने कहा देश में हर दिन रक्‍तदान दिवस आयोजित होना चाहिए,



केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री तथा भारतीय रेड क्रास सोसाइटी के अध्‍यक्ष श्री गुलाम नबी आजाद ने आज नई दिल्‍ली में कहा कि हमारे देश में हर दिन रक्‍तदान दिवस आयोजित किया जाना चाहिए जिससे रक्‍त की कमी का समाधान हो पाए।

स्‍वैच्छिक रक्‍तदान सप्‍ताह के समापन समारोह को संबोधित करते हुए श्री आजाद ने कहा कि हमारे देश में कई ऐसे लोग हैं जो रक्‍तदान कर सकते हैं लेकिन जागरूकता और प्रेरणा की कमी की वजह से युवा जो सबसे अधिक रक्‍तदान कर स‍कते हैं इसके लिए आगे नहीं आ रहे हैं। इसके परिणामस्‍वरूप हजारों लोगों की मृत्‍यु रक्‍त के अभाव में हो रही है चूंकि रक्‍त का कोई विकल्‍प नहीं है इसलिए रक्‍तदान सब की सामाजिक जिम्‍मेदारी है। उन्‍होंने कहा कि दुर्भाग्‍य से हमारे देश में सालाना हजार लोगों में से केवल दस लोग रक्‍तदान करते हैं जबकि विकसित देशों में एक हजार में 34 व्‍यक्ति इस का दान करते हैं।

श्री आजाद ने कहा कि भारतीय रेड क्रास सोसाइटी देशभर में अपने 166 ब्‍लड बैंकों की सहायता से देश में कुल आवश्‍यकता का 10 प्रतिशत रक्‍त उपलब्‍ध कराता है। राष्‍ट्रीय मुख्‍यालय में स्थित यह मॉडल ब्‍लड बैंक दिल्‍ली और आस-पास के क्षेत्रों में 300 से अधिक रक्‍तदान शिविर आयोजित करके हर वर्ष करीब 3, 000 युनिट से अधिक रक्‍त एकत्रित करता है जिससे हर साल करीब 50, 000 जरूरतमंद मरीजों की मदद होती है।

भारतीय रेड क्रास सोसाइटी द्वारा एकत्रित 90 प्रतिशत रक्‍त स्‍वैच्छिक रक्‍त दान से प्राप्‍त होता है। इकट्ठा किए गए रक्‍त का 88 प्रतिशत सरकारी अस्‍पतालों में मरीजों को और थेलसेमिया से प्रभावित बच्‍चों को नियमित रूप से दिया जाता है।

श्री आजाद ने इस अवसर पर स्‍वैच्छिक रक्‍तदाताओं और संगठनों को भी सम्‍मानित किया। उन्‍होंने उत्‍तराखंड में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों के लिए भारतीय रेड क्रास सोसाइटी द्वारा भेजी जा रही राहत सामग्री को भी झंडी दिखा कर रवाना किया। 

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