• उत्तराखंड में आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय दल राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ लोक स्वास्थ्य की स्थिति का जायजा लेने और तालमेल के लिए देहरादून में हैं। इस दल में इमरजेंसी मेडिकल रिस्पोंस के निदेशक, राष्ट्रीय बीमारी नियंत्रण केन्द्र के निदेशक तथा राष्ट्रीय मच्छरजनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के संयुक्त निदेशक शामिल हैं। • स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक तथा अतिरिक्त स्वास्थ्य सचिव स्थिति की समीक्षा करने देहरादून जा रहे हैं। • केन्द्रीय जनस्वास्थ्य की तीन सदस्यीय टीम उत्तराखंड के चमोली, जोशीमठ के प्रभावित इलाकों में तैनात हैं। दो सदस्यों वाली चार और टीमें दिल्ली और कोलकाता से पहले गए दल में शामिल होने के लिए अविलम्ब भेजी जा रही हैं। • एनआईएमएचएएनएस, बंग्लौर की पहली तीन सदस्यीय टीम प्रभावित क्षेत्रों में मनोवैज्ञानिक सामाजिक समर्थन देने के लिए तैनात हैं। बाकी टीमें भी रास्ते में हैं। • केन्द्र सरकार के सरकारी अस्पतालों से विशेषज्ञों की तीन टीमें उत्तराखंड सरकार को मदद देने के लिए तैनात की गयी हैं। इन टीमों में दो कार्डियोलॉजिस्ट, दो मेडिसिन विशेषज्ञ और दो मनोरोग विशेषज्ञ हैं। • केन्द्रीय अस्पतालों से तीन ट्रक दवाइयां कुछ जरूरतमंद लोगों में बांटने के लिए राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों को भेजी गयी हैं। • राज्य के अनुरोध पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने 10 लाख क्लोरिन की गोलियां बांटने के लिए भेजी हैं। • सभी प्रभावित जिलों में एनआरएचएम की समन्वित रोग निगरानी कार्यक्रम से जुड़ी जिला इकाइयां स्वास्थ्य निगरानी व्यवस्था चला रही हैं। डायरिया के शुरूआती लक्ष्ण मिलने पर हरिद्वार (अलवलपुर), उत्तरकाशी (उड़वी) तथा रूद्रप्रयाग (चंद्रपुरी) में रोग पर प्रारंभिक अवस्था में ही काबू पा लिया गया। प्रभावित जिलों से जल जनित, खाना, हवा तथा प्रत्यक्ष रूप से होने बाली बीमारियों की सूचना नहीं है। • मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों से निपटने के लिए राष्ट्रीय मच्छर जनित बीमारी नियंत्रण कार्यक्रम के एक विशेषज्ञ को राज्य सरकार को दिया गया है। • इंडियन रेड क्रास सोसायटी ने राष्ट्रीय मुख्यालय से दो सदस्यों की टीम 19 जून से उत्तरकाशी में तैनात की है और एक अन्य टीम पिथौरागढ़ में तैनात है। मुख्यालय से एक उच्चस्तरीय टीम रेड क्रास की राज्य शाखा के साथ राहत कार्य का जायजा और तालमेल के लिए राज्य में गई है। • इंडियन रेड क्रास सोसायटी ने 7 ट्रक सामग्री भेजी है। इसमें टेंट, फैमिली पैक, किचेन सेट, कंबल तथा लालटेन आदि हैं। • इंडियन रेड क्रास सोसायटी के जरिए शवों को लाने के लिए 1100 बैग का प्रबंध किया गया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से 500 अतिरिक्त बैग का प्रबंध किया गया है। • मंत्रालय स्थिति पर नजर रखे हुए है। |
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