भारतीय रिजर्व बैंक ने आज सुबह अपना नीतिवक्तव्य जारी किया। इस संबंध में वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. रघुराम राजन ने कहा किभारतीय रिजर्व बैंक की नीतिमें रूपये में स्थिरता लाने के फौरी इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जब एक बार रूपया स्थिर हो जाएगा तो नीतिनिर्माताओं को विकास के उपाय करने का अवसर मिल जाएगा। डॉ. राजन ने कहा किसरकार भारतीय रिजर्व बैंक के नीतिवक्तव्य का स्वागत करती है। मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा किभारतीय रिजर्व बैंक आवश्यकतानुसार हर संभव प्रयास कर रहा है। सरकार भी चालू खाते के घाटे को कम करने के उपाय खोज रही है। उन्होंने कहा किइसमें आयातों को कम करने और निर्यात को बढ़ाने के उपाय शामिल हैं। पूंजी खाते का उल्लेख करते हुए डॉ. राजन ने कहा किप्रत्यक्ष विदेशी निवेश को उदार बनाने के लिए कई कदम उठाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा किचालू खाते के घाटे के संबंध में विशेष उपायों की घोषणा अगले कुछ हफ्तों में की जाएगी। डॉ. राजन ने कहा किस्थिरता और विकास को प्राप्त करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक और सरकार मिलकर काम कर रहे हैं। |
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