दिल्ली पुलिस के विशेष
पुलिस आयुक्त (प्रशासन)
भीमसेन बस्सी दिल्ली पुलिस
के नए आयुक्त
होंगे.
वह 31 जुलाई को सेवानिवृत्त
हो रहे पुलिस
आयुक्त नीरज कुमार
का स्थान लेंगे.
को गृह मंत्रालय
की तरफ से
नये पुलिस आयुक्त
के नाम पर
मोहर लगने के
बाद उन्हें बधाई
देने का सिलसिला
शुरू हो गया.
1977 बैच के आईपीएस
बस्सी दिल्ली पुलिस
के 19 वें आयुक्त
होंगे. एक अगस्त
को वह अपनी
नयी जिम्मेदारी ग्रहण
करेंगे. इससे पहले
श्री बस्सी विशेष
पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक),
विशेष आयुक्त (सतर्कता
व इंटेलीजेंस), संयुक्त
आयुक्त (दक्षिण रेंज) रह
चुके हैं. इसके
अलावा वह नई
दिल्ली जिला अतिरिक्त
पुलिस उपायुक्त, डीसीपी
सिक्योरिटी, डीसीपी नार्थ ईस्ट,
डीसीपी नार्थ जैसे महत्वपूर्ण
पदों के अलावा
गोवा पुलिस में
महानिदेशक के तौर
पर भी अपने
कार्य का निर्वहन
कर चुके हैं.
मंगलवार को भीम
सेन बस्सी के
नए पुलिस आयुक्त
के बनाये जाने
की खबर के
बाद उन्हें बधाई
देने का सिलसिला
प्रारंभ हो गया.
पुलिस अधिकारियों से लेकर
उनके रिश्तेदार, जानकार
आदि तमाम लोगों
ने उन्हें बधाई
संदेश भेजने प्रारंभ
कर दिये. हालांकि,
उन्होंने मीडियाकर्मियों से नयी
जिम्मेदारी मिलने की बधाई
तो स्वीकार तो
ली किंतु औपचारिक
तौर पर कानून
व्यवस्था को लेकर
अपनी प्राथमिकताओं के
बारे में कुछ
भी अभी बताने
से इनकार कर
दिया. बस्सी ऐसे
समय में नए
पुलिस आयुक्त की
कमान संभालेंगे जब राजधानी
में महिलाओं और
बुजुगरें की सुरक्षा
सबसे अह्म मुद्दा
बना हुआ है.
आए दिन बच्चों
के यौन उत्पीड़न
के मामले भी
पुलिस के लिये
सिरदर्द बने हुए
हैं.
गौरतलब है कि
पिछले साल 16 दिसम्बर
को वसंत विहार
इलाके में चलती
बस में गैंग
रेप की घटना
और फिर गांधी
नगर में मासूम
बच्ची से दरिदंगी
के बाद राजधानी
के लोगों का
गुस्सा सड़कों पर फूट
पड़ा था. इन
दोनों ही घटनाओं
के मद्देनजर राजनीतिक
गलियारों से लेकर
आम लोगों के
बीच निर्वतमान पुलिस
आयुक्त नीरज कुमार
को हटाये जाने
की पुरजोर मांग
उठने लगी थी.
हालांकि, आईपीएल 6 स्पॉट फिक्सिंग
में दिल्ली पुलिस
द्वारा किये गए
एक बहुत बड़े
खुलासे ने पूर्व
में हो रही
तमाम तरह की
आलोचनाओं पर विराम
चिन्ह लगा दिया.
गौरतलब है कि
दिल्ली पुलिस आयुक्त की
दौड़ में भीमसेन
बस्सी के साथ
उनके बैच मेट
आईटीबीपी के महानिदेशक
अजय चड्ढा, एनएचआरसी
की महानिदेशक (इंवेसिटगेशन)
कंवलजीत देवल के
अलावा एक बैच
जूनियर तिहाड़ जेल की
महानिदेशक विमला मेहरा का
नाम भी शामिल
था. लेकिन अजय
चड्ढा और कंवलजीत
देवल के रिटायरमेंट
का समय काफी
कम है और
विमला मेहरा उनसे
जूनियर है. इस
कारण ही श्री
बस्सी बाजी मार
गए.
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