केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री डॉ. फारूख अब्दुल्ला ने आज चंडीगढ़ स्थित पर्यावरण भवन की छत पर 50 केडब्ल्यूपी क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र का उदघाटन किया। इस संयंत्र की कुल लागत 90.40 लाख रूपये है जिसमें 10 वर्ष के लिए संचालन और रखरखाव शामिल है। इसकी स्थापना में नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने 50 प्रतिशत का योगदान दिया है। इस संयंत्र से प्रतिवर्ष 65 हजार यूनिट बिजली का उत्पादन किया जा सकेगा। इसके साथ ही श्री अब्दुल्ला ने मॉडल केंद्रीय जेल बुरेल, चंडीगढ़ की छत पर स्थित 100 केडब्ल्यूपी सौर ऊर्जा क्षमता के संयंत्र का उदघाटन भी किया। एक करोड़ 43 लाख रूपये लागत के इस सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना में केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने 50 प्रतिशत का योगदान दिया है और इसे प्रतिवर्ष एक लाख 30 हजार यूनिट बिजली का उत्पादन होगा।
इन सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना भारत सरकार के सौर ऊर्जा शहर कार्यक्रम के अंतर्गत की जा रही है जिसमें देशभर में 54 शहरों को चुना गया है। चंडीगढ़ इनमें से एक सौर ऊर्जा शहर है। इसके तहत शहर में सभी सरकारी भवनों पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जाने की योजना है जिससे प्रत्येक भवन अपनी बिजली की आवश्यकता को स्वयं पूरा कर सके और बिजली की मांग में कमी लाकर स्वच्छ ऊर्जा का अधिक से अधिक प्रयोग कर सके।
डॉ. अब्दुल्ला ने इसके साथ ही पंजाब और संघ शासित प्रदेश चंडीगढ के राज्यपाल श्री शिवराज पाटिल और पंजाब के मुख्यमंत्री श्री प्रकाश सिह से भी मुलाकात की और मंत्रालय के विभिन्न कार्यक्रमों की चर्चा भी की।
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