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गया आतंकवादियों ने एक समन्वित आतंकवादी हमले में बौद्धों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल बोधगया और महाबोधि मंदिर परिसर को आज सुबह कम तीव्रता वाले नौ सिलसिलेवार धमाकों से निशाना बनाया। इन धमाकों में दो बौद्ध भिक्षु घायल हुए हैं।
हालांकि, विस्फोटों में महाबोधि मंदिर और बोधि वृक्ष को कोई क्षति नहीं हुई है। इसी वृक्ष के नीचे भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इस मंदिर का दर्शन करने के लिए श्रीलंका, चीन, जापान और समूचे दक्षिण पूर्व एशिया से श्रद्धालु आते हैं। शहर और यूनेस्को के विरासत स्थल का दर्जा पाए मंदिर को निशाना बनाने के लिए विस्फोट सुबह साढ़े पांच बजे से पांच बजकर 58 मिनट के बीच किए गए। दिल्ली पुलिस ने पिछले साल इंडियन मुजाहिदीन के संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार कर शहर में `फिदायीं' हमले को विफल करने का दावा किया था। इन संदिग्धों ने पुलिस को बताया था कि म्यांमा में मुस्लिमों के खिलाफ `अत्याचार' का बदला लेने के लिए लेने के लिए ये हमले किए जाने वाले थे। किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि, केंद और राज्य सरकार ने इसे आतंकवादी हमला बताया है। इस क्षेत्र पर माओवादिया की मजबूत पकड़ है। मगध क्षेत्र के डीआईजी नैयर हसनैन खान ने बताया, जहां चार विस्फोट महाबोधि मंदिर परिसर के भीतर हुए, वहीं तीन धमाके करमापा म" में हुए। एक विस्फोट बुद्ध की 80 फुट उढंची प्रतिमा के निकट हुआ जबकि एक अन्य विस्फोट बाईपास के निकट बस स्टैंड के पास हुआ। केंदीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी ने नई दिल्ली में कहा कि बिहार में महाबोधि मंदिर के भीतर और बाहर हुए सिलसिलेवार विस्फोट आतंकवादी हमले थे और एनएनआई और एनएसजी टीमों को विस्फोट के बाद की जांच के लिए वहां भेज दिया गया है। केंदीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि शहर में दो बमों को निक्रिय किया गया है।
पटना से विस्फोट स्थल पर पहुंचे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंदिर की सुरक्षा में केंदीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को तैनात करने की आज मांग की। विस्फोट स्थल पटना से करीब 100 किलोमीटर दूर है। उन्होंने कहा, सिलसिलेवार धमाकों की कड़े से कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए क्योंकि अपराधियों ने करोड़ों लोगों की धार्मिक आस्था के स्थल को निशाना बनाया है, जिसका उद्देश्य लोगों में डर पैदा करना है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कड़े शब्दों में विस्फोटों की निंदा की। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों पर इस तरह के हमलों को `कभी बर्दाश्त नहीं' किया जाएगा।
महाबोधि मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य अरविंद सिंह ने बताया कि घायल हुए दो बौद्ध भिक्षुओं में एक म्यांमा का और दूसरा तिब्बत का है। उन्हें मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सिंह ने बताया कि दो अन्य बमों को निक्रिय कर दिया गया है। इनमें से एक बम बुद्ध की 80 फुट उढंची प्रतिमा के निकट पाया गया जबकि दूसरा बस स्टैंड के निकट पाया गया। विस्फोट में इस्तेमाल किए गए विस्फोटकों की प्रकृति के बारे में पूछे जाने पर एडीजी ःकानून एवं व्यवस्थाः एस के भारद्वाज ने बताया कि ये कम तीव्रता के टाइम बम थे। बिहार के बोधगया के महाबोधि मंदिर को निशाना बनाकर आतंकियों द्वारा किए सीरियल धमाके की जांच कर रही टीम को एक और जिंदा बम बरामद मिला है। जिसे बम निरोधक दस्ते ने निष्किय कर दिया है।
पुलिस ने बताया, हमें छह-सात महीने पहले सूचना मिली थी कि महाबोधि मंदिर पर आतंकवादी हमला हो सकता है। उसके बाद हमने सुरक्षा कड़ी कर दी थी और अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया था। पुलिस ने बताया, बोधगया मंदिर में पुलिस सुरक्षा व्यवस्था सिर्फ मंदिर के बाहर है जबकि मंदिर के भीतर सुरक्षा मंदिर ट्रस्ट के अधिकारी देखते हैं। खान ने बताया, महाबोधि मंदिर का गर्भगृह सुरक्षित है। मंदिर परिसर की अच्छी तरह सफाई कर दी गई है।
बोधगया समिति के एक अधिकारी ने बताया, मंदिर परिसर के भीतर चार विस्फोट हुए। सौभाग्य से बोधि वृक्ष या मुख्य मंदिर ढांचे को कोई क्षति नहीं हुई है। अधिकारी ने बताया, बोधि वृक्ष के निकट हुए पहले विस्फोट में एक टेबल उड़ गया जिसकी वजह से दो लोग घायल हो गए। दूसरा विस्फोट, मेरा मानना है कि उस प्रांगण के भीतर हुआ, जहां पुस्तकें रखी हुई थीं। फर्नीचर क्षतिग्रस्त हुआ लेकिन स्मारक या प्रतिमा को कोई क्षति नहीं हुई है।
महाबोधि मंदिर परिसर में कई विस्फोट होने के कुछ घंटे बाद केंद सरकार ने आज सभी राज्यों को निर्देश दिया कि म्यामां में रोहिंग्या मुस्लिमों तथा बौद्ध धर्मावलंबियों के बीच जारी हिंसा के मद्देनजर बौद्ध मंदिरों और तिब्बती स्थानों पर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की जाए। गृह मंत्रालय ने दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, अहमदाबाद, चेन्नई, बेंगलूर, हैदराबाद और पुणे जैसे शहरों पर विशेष जोर देते हुए सभी राज्यों को भेजे अपने परामर्श में कहा कि बौद्ध मंदिरों, बौद्ध धर्मस्थलों और तिब्बती केंदों की पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए।
केंदीय एजेंसियों के इस हमले के बारे में चेतावनी देने और राज्य सरकार को विशेष सूचना देने की खबरों के मद्देनजर भाजपा और अन्य पार्टियों ने केंद और बिहार सरकार पर आतंकवादी हमले को रोकने की दिशा में कदम उ"ाने में विफल रहने का आरोप लगाया।
इस बीच बम विस्फोट में घायल दो बौद्ध भिक्षुओं का उपचार गया के सरकारी अस्पताल में किया जा रहा है और उनकी हालत खतरे से बाहर बतायी जाती है। इनमें से एक बौद्ध भिक्षु तिब्बत और दूसरे म्यामां के हैं। ास्पताल के अधीक्षक सीताराम प्रसाद ने कहा कि तेनजिंग लामा और बाला सांगा को गया स्थित अनुग्रह नारायण मगध चिकित्सा कालेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है और इसकी हालत स्थिर है। लामा तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र से हैं जबकि सांगा म्यामां के नागरिक हैं। उन्होंने कहा लामा का पांव घायल हुआ जबकि सांगा के दाहिने हाथ में जख्म है। प्रसाद ने कहा कि दोनों को डाक्टरों का एक दल देख रहा है और उनकी स्थिति पर नजर रखे हुए है।लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने बोधगया विस्फोटों के बाद आज कहा, ``भारत बुद्ध की भूमि है। हम यहां बामियान ःअफगानिस्तानः नहीं बनने देंगे।''भाजपा नेता ने अपने ट्वीट में तालिबान मिलीशिया की ओर इशारा किया जो बड़ी संख्या में बौद्ध स्मृति चिह्नों को नष्ट कर रहे थे। इनमें अफगानिस्तान के बामियान में भगवान बुद्ध की प्रसिद्ध प्रतिमा भी शामिल हैं जिसको नष्ट किये जाने पर दुनिया भर में भर्त्सना की गयी थी।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द मोदी ने बिहार के बोधगया में महाबोधि मंदिर में आतंकी हमले की कड़ी निंदा की।मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ``महाबोधि मंदिर में कायराना हमला भारत के लोगों और दुनिया भर में बौद्ध समुदाय के लिए गहरे दुख का विषय है।'' भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने यहां कहा, यह गंभीर मुद्दा है कि केंदीय एजेंसियों ने इस हमले के बारे में चेतावनी दी थी और विशेष सूचना दी थी कि बोधगया पर हमला किया जाएगा और इसके बावजूद ःराज्य सरकार नेः उचित व्यवस्था नहीं की। केंद सरकार को इस तरह के हमलों को रोकने के लिए अवश्य जिम्मेदारी लेनी चाहिए। कांग्रेस महासचिव और संचार विभाग के प्रभारी अजय माकन ने कहा, हम इस खौफनाक हमले की निंदा करते हैं। मैं राज्य सरकार और अन्य एजेंसियों से अनुरोध करता हूं कि वह यथाशीघ्र दोषियों को न्याय के दायरे में लाए। हम सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। नीतीश कुमार सरकार को आड़े हाथों लेते हुए लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने कहा कि विस्फोट से राज्य सरकार की विफलता उजागर हुई है जिसने इस हमले को विफल बनाने के लिए समय रहते कदम नहीं उ"ाया। उन्होंने कहा, भारत सरकार की ओर से एलर्ट जारी किये जाने के बावजूद विस्फोट हुए। इसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री और राज्य सरकार पर आती है और इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिहार की छवि को नुकसान पहुंचा है।
हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा कि तब आईबी ने पहले ही मंदिर में संभावित हमले की चेतावनी दी थी तब जवाबदेही राज्य सरकार पर आती है। उन्होंने कहा, उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। जांच हो जाने दें और सचाई सामने आ जायेगी। इस घटना के लिए जिम्मेदार तत्वों की पूरी जांच होनी चाहिए।
लालू ने कहा कि इस घटना से राज्य की छवि वैश्विक स्तर पर खराब हुई है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोग महसूस करेंगे कि मंदिर में पर्याप्त सुरक्षा नहीं है। यह ऐसा मामलों है जिसकी जांच होनी चाहिए। राजद अध्यक्ष ने कहा कि केंद सरकार और एजेंसियों को इस मामले को देखना चाहिए और यह पता लगाना चाहिए कि आईबी ने क्या रिपोर्ट दी और उस पर क्या कार्रवाई की।
यह घटना बिहार की छवि पर काला धब्बा है। राजद के 15 वर्षों के शासनकाल में ऐसी कोई घटना नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इससे गलत संदेश जायेगा कि हम बौद्ध मंदिरों को सुरक्षा प्रदान करने में अक्षम हैं।
भाजपा महासचिव एवं सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि वह बिहार के पार्टी विधायकों के साथ बोधगया जा रहे है ताकि विस्फोट के बाद स्थिति का आकलन कर सकें। बिहार से राज्यसभा सांसद रूडी ने कहा कि यह दल विस्फोट में घायल हुए लोगों से मिलेगा।
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