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ई-गवर्नेंस पर 18वें राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन में प्रधानमंत्री का टि्वटर संबोधन


ABSLM -30/01/2015

सोशल मीडिया और नवीनतम प्रौद्योगिकी का अभिनव उपयोग करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने ई-गवर्नेंस पर आयोजित 18वें राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन को आज टि्वटर के माध्‍यम से संबोधित किया। यह पहला अवसर है कि ऐसा संबोधन टि्वटर के माध्‍यम से किया गया है। 

प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया ‘दोस्‍तों नमस्‍कार। मुझे टि्वटर के माध्‍यम से ई-गवर्नेंस पर आयोजित 18वें राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन में शामिल होकर बहुत खुशी हो रही है। मैं इस सम्‍मेलन में व्‍यक्तिगत रूप से शामिल होना चाहता था लेकिन ऐसा करने में असमर्थ था। इसके अलावा और रास्‍ता नहीं था। मैं आपके साथ बातचीत का अवसर खोना नहीं चाहता था। 

मैंने सोचा कि इस सम्‍मेलन में भाग न लेने के बावजूद मैं आपसे कैसे जुड़ सकता हूं इसलिए मैंने प्रौद्योगिकी का उपयोग करके इस माध्‍यम द्वारा आपसे बातचीत करने का निर्णय लिया। मुझे बताया गया है कि इस सम्‍मेलन में केंद्र और राज्‍य सरकारों, सशस्‍त्र बलों, शिक्षा, उद्योग और निजी क्षेत्र के अनेक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। प्रतिभागी और उनकी विशेषज्ञता प्रभावी और कुशल ई-गवर्नेंस के लिए आगे बढ़ने की दिशा में इस सम्‍मेलन को एक सही मंच बनाते हैं। 

मुझे यह भी बताया गया है कि 12 श्रेणियों में 22 पुरस्‍कार प्रदान किए जाएंगे। मैं सभी पुरस्‍कार विजेताओं को बधाई देता हूं और उनके प्रयासों की प्रशंसा भी करता हूं। मैं विशेष रूप से खुश हूं कि इस वर्ष के सम्‍मेलन का विषय डिजिटल गवर्नेंस, कौशल विकास और रोजगार पर ही केंद्रित है। 

केंद्र सरकार देश में डिजिटल रूप से सशक्‍त समाज और ज्ञान अर्थव्‍यवस्‍था बनाने के दृष्टिकोण के साथ डिजिटल भारत के सपने को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। 

हम मजबूत डिजिटल बुनियादी ढांचा तैयार करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं। यह हमारे नागरिकों के हितों की रक्षा करेगा और उनके जीवन में बदलाव लायेगा। 

ई-गवर्नेंस डिजिटल भारत के हमारे सपने का एक अनिवार्य हिस्‍सा है। जितनी अधिक तकनीकी हम गवर्नेंस में लगायेंगे उतना ही भारत के लिए बेहतर होगा। 

मुझे पूरा विश्‍वास है कि प्रौद्योगिकी और ई-गवर्नेंस प्रक्रियाओं को सरल बनायेंगे और कार्य एवं प्रगति की गति धीमी करने वाली अनेक बाधाओं को दूर करेंगे। 

ई-गवर्नेंस पर नजर डालते समय हमें पहले ‘मोबाइल’ के बारे में सोचना चाहिए और इस प्रकार एम-गवर्नेंस अर्थात् मोबाइल गवर्नेंस को महत्‍व देना चाहिए।

मेरा आपसे अनुरोध है कि आप मोबाइल के माध्‍यम से जितना संभव हो अधिक से अधिक सेवाएं उपलब्‍ध कराने के तरीको का पता लगाएं। हम अपने मोबाइल फोन पर दुनिया को ले आएं। 

हमारे राष्‍ट्र के पास जो युवा ऊर्जा है वह हमारी बेशकीमती संपत्ति है। प्रौद्योगि‍की के माध्‍यम से कौशल विकास को प्रोत्‍साहन देना आवश्‍यक है। भारत के विकास की यात्रा को हमें किस पैमाने और गति से आगे बढ़ाना है उसके लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक और सुव्‍यस्थित उपयोग करने की आवश्‍यकता है। 

मुझे पूरा विश्‍वास है कि यह अखिल भारतीय सम्‍मेलन आने वाले वर्षों में देश के लिए अनेक नये विचारों का मुख्‍य केन्‍द्र बिन्‍दु बनेगा। जो आने वाले वर्षों में हमारे देश की मदद करेगा। 

मैं एक बार फिर सम्‍मेलन में आने वाले सभी लोगों को शुभकामनाएं देता हूं। आपका बहुत-बहुत धन्‍यवाद। 

हाल ही में अमरीकी राष्‍ट्रपति श्री ओबामा की भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने मन की बात के विशेष एपिसोड को 'साउंड क्‍लाउड' के माध्‍यम से साझा किया था। श्री मोदी ने फेसबुक पर भी एक नेटिव वीडियो और एक ऑडियो ट्वीट तथा 28 जनवरी को आयोजित एनसीसी परेड पर अपने भाषण की झलकियों का एक वीडियो ट्वीट भी साझा किया था। 

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