ABSLM 21/01/2015-
भारत और रूस ने रक्षा सहयोग के क्षेत्र में पुरानी मित्रता और सहयोग की प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की है। आज नई दिल्ली में भारत की यात्रा पर आए रूस के रक्षा मंत्री श्री सरगेई शोइगु और रक्षा मंत्री श्री मनोहर पर्रिकर के बीच हुई बातचीत में यह प्रतिबद्धता दोहराई गई।
दोनों रक्षा मंत्रियों ने पिछले महीने प्रधानमंत्री श्री मोदी तथा राष्ट्रपति श्री पुतिन के बीच हुई सार्थक और उपयोगी बातचीत की याद दिलाई। दोनों रक्षा मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच विशेष एवं रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए शिखर बैठक में हुई सहमति को आगे बढ़ाने की बात कही। दोनों पक्षों ने रक्षा सहयोग के संपूर्ण पक्षों की समीक्षा की। दोनों नेताओं ने विश्वास वयक्त किया कि सहयोग को बढा़या और मजबूत बनाया जाएगा।
दोनों पक्षों ने जारी रक्षा सहयोग एवं परियोजनाओं की समीक्षा की। परियोजना की समय सीमा की पुष्टि के लिए समय-समय पर बैठक करने का निर्णय लिया गया। श्री पर्रिकर ने भारत की ‘मेक-इन-इंडिया’ की नीती का उल्लेख किया और इसमें रूस के रक्षा उद्योग को बड़े पैमाने पर भागीदारी का आमंत्रण दिया। दोनों रक्षा मंत्रियों ने उच्च टैक्नोलॉजी रक्षा प्लेटफार्मों तथा तीनों सेनाओं के हथियारों के लिए भविष्य में सहयोग पर भी चर्चा की।
सहमत प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर करने के अतिरिक्त दोनों नेताओं ने उडान सुरक्षा सूचना आदान-प्रदान समझौता पर हस्ताक्षर को भी देखा। दोनों रक्षा मंत्रियों ने 2014 में दोनों देशों की सेना, जल सेना तथा वायु सेना के सफल संयुक्त अभ्यासों पर संतोष वयक्त किया। यह पहला अवसर है कि सेना क तीनों अंगों ने एक वर्ष में संयुक्त अभ्यास किया है। दोनों रक्षा मंत्रियों ने कहा कि भारत और रूस प्रशिक्षण के क्षेत्र में प्रगति के लिए एक साथ काम कर रहे हैं।
दोनों पक्षों ने नियमित अंतराल पर बातचीत करने और दोनों देशों के बीच सुदृढ़ रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने का निश्चय किया।
निवेदन :- अगर आपको लगता है की ये लेख किसी के लिए उपयोगी हो सकता है तो आप निसंकोच इसे अपने मित्रो को प्रेषित कर सकते है