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प्रधानमंत्री ने सभी बैंकरों को ई-मेल भेजा, प्रधानमंत्री जनधन योजना की सफलता पर उन्‍हें बधाई दी



प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने सभी बैंकरों को एक ई-मेल भेजकर उन्‍हें प्रधानमंत्री जनधन योजना की सफलता पर बधाई दी है।

प्रधानमंत्री ने लिखा ‘प्रधानमंत्री जनधन योजना की सफलता सुनिश्‍चित करने में आप सभी लोगों के असाधारण काम को देखकर मुझे अपार प्रसन्‍नता हो रही है। सभी परिवारों के लिए बैंक खातों को खोलने के लिए निर्धारित लक्ष्‍य 26 जनवरी, 2015 से बहुत पहले ही अर्जित कर लिया गया है। बहुत कम समय में जनधन योजना के तहत साढ़े ग्‍यारह करोड़ नए खाते खोल लिये गये हैं और इसके साथ ही हमने देश के सभी परिवारों का बैंक खाता खोलने के लक्ष्‍य का 99.74 प्रतिशत अर्जित कर लिया है। मैं आपको आपके असाधारण प्रयासों के लिए बधाई देता हूं। 

प्रधानमंत्री ने लिखा ‘आपको याद होगा कि जब हमने यह अभियान आरंभ किया था तो कई लोगों के मन में पांच महीनों की सीमित अवधि के भीतर इस कार्य को पूरा करने के बारे में हमारी सामर्थ्‍य पर संशय था। बहरहाल, आपने इन संदेहों को गलत साबित कर दिया है और असंभव को संभव कर दिखाया है। अकेली यही उपलब्‍धि आपको तथा अन्‍य व्‍यक्‍तियों को हमारे सपनों को यथार्थ में बदलने की दिशा में काम करने को प्रेरित कर सकती है। 

प्रधानमंत्री ने भविष्‍य के लिए एक रूपरेखा तैयार करते हुए कहा ‘’अच्‍छी शुरूआत का अर्थ है आधा काम संपन्‍न कर लेना। प्रधानमंत्री जनधन योजना लोगों के आर्थिक हालात को बदलने के लिए एक मंच उपलब्‍ध कराती है। हमें इस सफलता को आधार बनाना है और हमारे नागरिकों को एक विस्‍तृत दायरे में ऋण, बीमा और पेंशन मुहैया कराने के लिए इन खातों का लाभ उठाना है। हमें ग्राहक सेवा के उच्‍च मानदंडों को बनाये रखने की जरूरत है। यह प्रधानमंत्री जनधन योजना का अगला चरण है। 

हमें लोगों को वित्‍तीय जानकारी उपलब्‍ध कराने के प्रयासों को दोगुना करना है। आधार से जुडाव को और बेहतर करने की जरूरत है। बैंक मित्रों को गांवों में ही रूपे कार्ड और आधार सक्षम लेन देन संपन्‍न कराने के लिए समर्थ बनाए जाने की जरूरत है। मैं चाहता हूं कि आप यह सुनिश्चित करने के लिए काम करें कि प्रत्‍येक खाताधारक आधार के लिए नामांकित हो और इसे बैंक खातों के साथ जोड़े। सभी खातों के लिए यह किया जाना है। मुझे भरोसा है कि आप हमें जोड़ने का काम भी उसी उत्‍साह के साथ करेंगे, जिस उत्‍साह का प्रदर्शन आपने बैंक खातों को खोलने के अभियान के दौरान किया था। 

मेरा मानना है कि विकास की अधिकतर गतिविधियां बैक खाता न होने की एक अक्षमता की वजह से बाधित हो गई थी। अब हमने यह अक्षमता पर विजय प्राप्‍त कर ली है। कुछ प्रत्‍यक्ष लाभ हस्‍तांतरण योजनाओं के जरिए लोगों तक इसके लाभ पहुंचने शुरू भी हो गए हैं। यह केवल यही सुनिश्चित नहीं करता कि लाभ सीधे लोगों तक पहुंच सके, बल्‍कि यह आपके खातों का भी अच्‍छी तरह से उपयोग करता है।

यह राष्‍ट्र निर्माण में आपका बड़ा योगदान है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि और अनेक योजनाएं डीबीटी मंच का उपयोग कर सकें। 

मैं एक बार फिर आपको यह विशाल राष्‍ट्रीय अभियान का हिस्‍सा बनने के लिए धन्‍यवाद देता हूं जिसके जरिए हम भारत के प्रत्‍येक नागरिक को एक बेहतर जीवन स्‍तर अर्जित करने में मदद करने में सक्षम होंगे। 

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