ABSLM- 23/01/2015
पर्यटन और संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं नागर विमानन राज्यमंत्री डॉक्टर महेश शर्मा ने कहा कि देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन और एयरलाइन्स उद्योगों के बीच तालमेल महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि एयरलाइन्स उद्योग कैसे पर्यटन के विकास में बढि़या योगदान दे सकता है, इस पर विचार विमर्श के लिए सरकार सभी हितधारकों को साथ लाने में विश्वास रखती है। वे आज यहां भारतीय पर्यटन और आतिथ्य परिसंघ (एफएआईटीएच) के साथ पर्यटन और नागर विमानन मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम 'पर्यटन और एयरलाइन्स के बीच बातचीत' में बोल रहे थे। मंत्री महोदय ने बताया कि सरकार ने वर्ष 2015 में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्य किये जाने वाले 25 बिन्दुओं का एजेंडा तैयार किया है।
डॉक्टर शर्मा ने कहा कि 43 देशों के लिए आगमन पर यात्रा वीजा सुविधा (टीवीओए) लिए इलेक्ट्रोनिक यात्रा प्राधिकार (इटीए) के लागू होने से बढि़या परिणाम सामने आये हैं और सरकार को उम्मीद है कि निकट भविष्य में इस सुविधा को बाकी देशों के लिए भी लागू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 21 जनवरी, 2015 (इस सुविधा की शुरूआत से दो महीने से भी कम अवधि) तक 41,114 टीवीओए जारी किये गये है। अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू पर्यटन में सकारात्मक वृद्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि 2014 के दौरान 64.62 लाख विदेशी पर्यटकों का आगमन (एफटीए) हुआ, जो 2013 में 69.68 लाख एफटीए की तुलना में 7.1 प्रतिशत अधिक है।
मंत्री महोदय ने कहा कि देश में सही मायने में पर्यटन की संभावना और अधिक है। निकट भविष्य में एफटीए 10 मिलियन तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। डॉक्टर शर्मा ने कहा कि एयरलाइन्स, पर्यटन क्षेत्र में 'मेक इन इंडिया' के लिए आपूर्ति श्रृखंला का महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत से अधिक अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक हवाई जहाज से भारत आते हैं। मंत्री महोदय ने कहा कि विमानन क्षेत्र की वृद्धि अच्छे व्यवसायिक फैसलों, देश के हवाई अड्डों की गुणवत्ता और क्षमता तथा विमानन क्षेत्र से जुड़े अन्य उच्च बुनियादी ढ़ांचे पर निर्भर करती है।
एयरलाइन्स और पर्यटन उद्योगों के प्रतिनिधियों ने पर्यटन को बढ़ावा देने और सम्पर्क को बढ़़ाने से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार रखे। इस दौरान उठाये गये मुद्दों में हवाई अड्डों का बेहतर बुनियादी ढांचा, महिलाओं की सुरक्षा सहित अन्य सुरक्षा उपाय, आव्रजन काउंटरों को बढ़ाना, सफाई और ई-वीजा सुविधाएं आदि शामिल हैं। डॉक्टर शर्मा ने आश्वासन दिया कि बातचीत के दौरान उठाये गये मुद्दों पर निश्चित समयसीमा के भीतर कार्रवाई की जाएगी।
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