सिरसा, 1 मई 2015
हरियाणा के कृषि मंत्री श्री ओमप्रकाश धनखड़ ने जिला के गांव मांगेआना स्थित फल उत्कृष्टता केन्द्र का दौरा किया तथा उपस्थित किसानों को स बोधित करते हुए कहा कि गेंहू, चना व कपास आदि की पर मपरागत फसलों की बजाए 60 प्रतिशत खेती मौसम के अनुसार फलों व सब्जियो की करें ताकि आय में इजाफा हो तथा भूमि की उर्वरा शक्ति भी बढ़ाई जा सके।
उन्होंने कहा कि 93 प्रतिशत किसान पर परागत फसलों की खेती करते हैं तथा 7 प्रतिशत किसान फलों व सब्जियों की काश्त करते हैं। किसानों को सकारात्मक सोच रखते हुए 60 प्रतिशत खेती में फल व सब्जियों का उत्पादन करना चाहिए तथा एक सिस्टम बनाकर उन्हें मार्केट में बेचे। पर परागत फसलों की बजाए विविधीकरण अपनाए जिससे धरती की उर्वरक शक्ति भी बढ़ती है तथा आय में भी इजाफा हो ।
कृषि मंत्री ने उपस्थित युवाओं का आह्वान किया कि उत्पादन की क्षमता व गुणवत्ता बढ़ाने के लिए नवीनतम तकनीक अपनाकर युवाओं को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि इजराइल जैसा देश नई तकनीक अपना कर अपने उत्पाद बेच सकता है । भारत इजराईल से अधिक सक्षम होते हुए और अधिक गुणवत्ता के उत्पाद दूसरे देशों में भेज कर मुद्रा में बढ़ौतरी कर सकता है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र अनुसार सब्जियों, फलों का अधिक उत्पादन व मार्केटिंग का बेहतर प्रबन्धन कर रोजगार पाया सकता है तथा अन्य युवाओं को भी इसमें रोजगार दिया जा सकता है।
इस अवसर पर उनके साथ महा निदेशक बागवानी विभाग के डा अर्जुन सैनी, डा बी एस सहरावत प्रबन्ध निदेशक, डा पवन वर्मा डीडीएम, डा सुरजीत सिंह जिला बागवानी अधिकारी सहित विभिन्न जिलों से आए 500 से अधिक किसान उपस्थित थे।
निवेदन :- अगर आपको लगता है की ये लेख किसी के लिए उपयोगी हो सकता है तो आप निसंकोच इसे अपने मित्रो को प्रेषित कर सकते है