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ABSLM - 1 मई 2015

हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी ने आज स्थानीय पंचायत भवन में गत दिनों बरसात के कारण बर्बाद हुई फसल के मुआवजे के रूप में  केलनिया गांव के  55 किसानों को 36 लाख 85 हजार 983 रुपए क ी राशि के चैक  वितरित  किए। इसके पश्चात श्री बेदी ने सूचना जन संपर्क विभाग की तरफ से प्रकाशित प्रदेश सरकार की 6 मास की उपलब्धियों से परिपूर्ण बुकलैट का विमोचन किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि इस मुआवजा राशि से हम किसानों की फसल के नुकसान की भरपाई तो नही कर सकते, लेकिन किसान को किसी के आगे हाथ न फैलाना पड़े और उसे अपने खर्चे चलाने के लिए आर्थिक मदद मिल जाए, तो उसके स्वाभिमान को ठेस नही लगेगी। 
    श्री कृष्ण बेदी ने कहा कि प्रदेश का किसान स्वाभिमानी है तथा अपनी जरूरतों के लिए कभी किसी के आगे हाथ नही फैलाएगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने पहली बार गेहूं के लिए प्रति एकड़ फसल नुकसान का 12 हजार रुपए मुआवजा दिया गया है।  प्रदेश सरकार ने किसानों के जख्मों पर मरहम लगाने का प्रयास किया है। प्रदेश सरकार द्वारा हरियाणा के इतिहास में प्रथम बार किसानों को खराब हुई फसल का मुआवजा मंडियों में बिकी गेहूं के भुगतान से पहले देकर ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। प्रदेश के गठन के पश्चात अब से पूर्व कभी भी फसलों के नुकसान का मुआवजा 100 करोड़ से अधिक नही दिया गया है, जबकि वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा रबी की फसल में हुए नुकसान की एवज में 1092 करोड़ रुपए का मुआवजा किसानों को दिया जा रहा है। 

    उन्होंने बताया कि जिला सिरसा में 23 हजार 536 एकड़ भूमि में नुकसान हुआ है जिसके लिए 23 करोड़ 60 लाख 84 हजार रुपए की राशि मुआवजा के रूप में स्वी$कृत हुई है। उन्होंने बताया कि उपमण्डल सिरसा में 6556 एकड़ भूमि में नुकसान हुआ है जिसके लिए 14 कोड़ 20 लाख 48 हजार रुपए की राशि स्वीकृत हुई है । इसी प्रकार डबवाली उपमण्डल में 4727 एकड़ भूमि में नुकसान हुआ जिसके लिए 82 लाख 78 हजार 500 रुपए की राशि स्वीकृत हुई है। इसी प्रकार ऐलनाबाद उपमण्डल में 12253 एकड़ भूमि में नुकसान हुआ है जिसके लिए 8 करोड़ 57 लाख 57 हजार रुपए की राशि स्वीकृत हुई है। उन्होंने बताया कि आज के मुआवजा राशि के वितरण पर अधिक से अधिक तीन लाख रुपए की राशि का चैक तथा कम से कम 5 हजार 217 रुपए की राशि का चैक प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि अन्य सरकारों के कार्यकाल में मुआवजा राशि एक-एक, दो-दो रुपए वितरित की जाती थी जो किसानों के साथ एक मजाक था। 
    उन्होंने कहा कि किसान देश की अर्थव्यवस्था की रीड़ की हड्डी है। उन्होनें किसान को अन्नदाता ही नही बल्कि सर्वदाता की संज्ञा देते हुए कहा कि किसान की फसल पर ही गरीब, मजदूर, व्यापारी और दुकानदार का व्यवसाय निर्भर है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रदेश के किसानों पर दरियादिली दिखाते हुए गेहूं की खरीद के माप दंडों में भी खुलकर मदद करने का प्रयास किया। पहली बार कटा हुआ व सिकुड़ा दाना न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा गया, जिससे किसानों को सीधा आर्थिक लाभ हुआ। प्रदेश सरकार ने हरियाणा की सभी मंडियों में खरीद के दौरान प्रशासनिक सचिवों की डियूटी लगाकर खरीद व उठान के कार्य की मोनिटरिंग की तथा ऐसी व्यवस्था से किसी भी मंडी में किसानों व आढ़तियों को कोई परेशानी नही आई। किसी भी मंडी में कोई जाम की स्थिति नही पैदा होने दी। 
    राज्य मंत्री श्री कृष्ण बेदी ने कहा कि खरीद के दौरान किसानों व आढ़तियों ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि खरीद के दौरान गेहूं की खरीद पूरी व्यवस्था से करवाने में हरियाणा सरकार का विशेष योगदान रहा तथा इस कार्य को सरकार ने पूरी गंभीरता से लिया। फसलों के नुकसान के बाद गिरदावरी के कार्य में भी पूरी पारदर्शिता व सतर्कता बरती गई। जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों यहां तक की उपायुक्त, एसडीएम, जिला राजस्व अधिकारी और तहसीलदारों ने पटवारियों द्वारा किए गए गिरदावरी के कार्य का बार-बार निरीक्षण किया, जिसके परिणाम स्वरूप प्रदेश में गिरदावरी का काम भी पूरी निष्पक्षता व ईमानदारी से निपटाने में मदद मिली और सही मायनों में पीडि़त किसान को उसकी फसल के नुकसान की एवज में सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता के रूप में मुआवजा मिला। उन्होंने किसानों की समस्याएं सुनी और अधिकारियों को समाधान के निर्देश दिए। 
    उपायुक्त श्री निखिल गजराज ने राज्य मंत्री का जिला प्रशासन की ओर से स्वागत करते हुए कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों ने गिरदावरी के कार्य को पूरी ईमानदारी और मेहनत से निर्धारित समयावधि में पूरा करके प्रदेश सरकार की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि जिला सिरसा में 23 हजार 536 एकड़ भूमि में नुकसान हुआ है जिसके लिए 23 करोड़ 60 लाख 84 हजार रुपए की राशि मुआवजा के रूप में स्वी$कृत हुई है। उन्होंने किसानों से कहा कि यदि किसी प्रकार की कोई समस्या आए तो इस बारे में जिला प्रशासन को अवगत करवाएं। 
    इस अवसर पर उपमण्डलाधीश श्री परमजीत सिंह चहल, नगराधीश श्री पंकज सेतिया, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री नरेन्द्र पाल मलिक, जिला राजस्व अधिकारी श्री अमीचंद सैनी, श्री राजेन्द्र देसुजोधा, रोहताश जांगड़ा, मनीष सिंगला सहित  विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी व किसान उपस्थित थे। 

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