सिरसा - abslm 02-12-2016
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रान्तीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग दास गर्ग ने कहा कि हरियाणा सरकार ने अपने वादे अनुसार अभी तक कपास पर मार्केट फीस कम ना करने से कपास के उद्योगपतियों को बड़ी भारी दिक्कत आ रही हैं। जबकी हरियाणा में पहले कपास पर मार्केट फीस 80 पैसे और एचआरडीएफ 80 पैसे थी दोनों मिलकर 1 रूपये 60 पैसे मार्केट फीस थी। मगर 1 अगस्त 2016 से हरियाणा मार्केट बोर्ड ने मार्केट फीस व एचआरडीएफ 80 पैसे ही था उसे बढ़ाकर मार्केट फीस 2 रूपये कर दी थी।
मगर हरियाणा सरकार ने मींटिग में कपास पर मार्केट फीस 1 अगस्त 2016 से ही 80 पैसे करने का वादा किया था। मगर अभी तक मार्केट बोर्ड ने कपास पर मार्केट फीस कम करने की अधिसुचना अभी तक जारी नहीं की हैं। जिसके कारण कपास मिलरों व किसानों को बड़ी भारी दिक्कत आ रही है और स्थानिय मार्केट कमेटियों के अधिकारी कपास पर 2 रूपये मार्केट फीस व 80 पैसे एचआरडीएफ वसूल कर रहे है, जो उचित नहीं हैं।
प्रान्तीय अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनकर से मांग की है कि वह प्रदेश के किसान व उद्योगपतियों के हित में मार्केट फीस पहले की तरह 80 पैसे व एचआरडीएफ 80 पैसे करके अधिसूचना जारी करे। प्रान्तीय अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने मुख्यमंत्री से यह भी मंाग की है कि वह प्रदेश में कपड़ा उद्योग का जोन स्थापित करे।
ताकि हरियाणा की कपास अन्य राज्यों में विकने की बजाए हरियाणा में ही बिक्रे प्रदेश में कपास उद्योग स्थापित होने से किसान को फसल के दाम ज्यादा मिलेगे और प्रदेश में व्यापार व उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। जिससे प्रदेश में लाखों बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा व उसके साथ-साथ सरकार को भी पहले से ज्यादा राजस्व की प्राप्ती होगी।
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