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सुबह सुबह का सबसे उत्तम पेय है नींबू पानी

abslm 04-12-2016 राजकुमार `दिनकर


नींबू पानी यूं तो कभी भी ले सकते हैं लेकिन सुबह उ"कर अगर हम चाय पीने की बजाय सबसे पहले नींबू पानी पीयें तो हमारी सेहत संबंधी तमाम समस्याएं अपने आप खत्म हो सकती हैं। दरअसल सुबह सुबह नींबू पानी पीना खास तौरपर गुणकारी होता है। सुबह उ"कर एक गिलास नींबू पानी पीने से शरीर की सफाई हो जाती है। सुबह पीया गया नींबू पानी शरीर में बाइल जूस बनाता है जो कि खाने को पचाने में सहायक होता है। नींबू पानी विटामिन सी के गुणों से भरपूर होता है। साथ ही इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं। नींबू पानी शरीर में पाचक रसों के बनने को फ्रोत्साहित करता है। ये पाचन ािढया को बेहतर रखने में सहायक होते हैं। साथ ही इसके फ्रभाव से त्वचा के दाग-धब्बे साफ हो जाते हैं और त्वचा पर निखार आता है।
सिर्फ नींबू का रस ही नहीं नींबू के पेड़ के तमाम दूसरे हिस्से भी इंसान की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं। मसलन 10 ग्राम नींबू के पत्तों के रस (अर्क) में 10 ग्राम शहद मिलाकर पीने से 10-15 दिनों में पेट के कीड़े मरकर नष्ट हो जाते हैं। नींबू के बीजों के चूर्ण की फंकी लेने से भी कीड़ों का विनाश होता है। नींबू के पत्तों का रस निकालकर नाक से सूंघें तो सिरदर्द दूर हो जाता है, अगर पूरी तरह से दूर नहीं होता तो भी राहत मिलती है। 10 ग्राम नींबू का रस, 10 बूंद ग्लिसरीन तथा 10 ग्राम गुलाब जल इन तीनों को मिलायें इससे एक फ्रकार का लोशन तैयार हो जाएगा। इस लोशन को फ्रतिदिन सुबह स्नान के पश्चात तथा रात में सोने के पहले हल्के-हल्के मलने से चेहरा रेशम की तरह कोमल बन जाता है। नींबू के रस में बराबर की मात्रा में गुलाबजल मिलाकर चेहरे पर लगाएं। आधे घंटे बाद ताजे जल से धो लें। चेहरे पर मुंहासे बिल्कुल साफ हो जाएंगे। यह फ्रयोग करीब 10-15 दिनों तक करें।
नींबू के रस व सरसों के तेल को मिलाकर मंजन करने से दांतों की चमक निखर जाती है। यही नहीं अगर दांतों का रोग पायरिया है तो वह भी इससे काफी हद तक सही हो जाता है। पायरिया में नींबू का रस व शहद मिलाकर मसूड़ों पर मलते रहने से रक्त व पीप आना बंद हो जाता है। दांत दर्द होने पर नींबू को चार टुकड़ों में काट लीजिए। इन कटे हुए टुकड़ों में ऊपर से नमक छिड़क लीजिये। इसके बाद एक के बाद एक टुकड़ों को गर्म कीजिए। फिर एक-एक टुकड़ा दांत व दाढ़ में रखकर दबाते जाएं व चूसते जाएं, दर्द में काफी राहत महसूस होगी। मसूड़े फूलने पर नींबू को पानी में निचोड़कर कुल्ले करने से लाभ होता है। अगर किसी को लगातार हिचकी आ रही हों तो एक चम्मच नींबू का रस व शहद मिलाकर पीने से हिचकी बंद हो जाती हैं।
 अगर खुजली हो रही हो तो नींबू में फिटकरी का चूर्ण भरकर खुजली वाली जगह पर रगड़ना चाहिए, इससे खुजली खत्म हो जाती है। इसी तरह नींबू जोड़ों के दर्द में भी बहुत राहत देता है। जोड़ों के दर्द में नींबू के रस को दर्द वाले स्थान पर मलने से दर्द व सूजन खत्म हो जाती है। नींबू गर्भवति महिलाओं के लिए भी फायदेमंद है। यदि गर्भधारण के चौथे माह से फ्रसवकाल तक स्त्राr एक नींबू की शिकंजी पति दिन पीए तो फ्रसव बिना कष्ट संभव हो सकता है। अगर मूत्र संबंधी समस्या हो तो नींबू के बीजों को महीन पीसकर नाभि पर रखें, इस पर "डा पानी डालें। कुछ ही देर में रुका हुआ पेशाब खुलकर व साफ आ जाता है। टीबी या तपेदिक की बीमारी में भी नींबू फायदेमंद है। तपेदिक में नींबू के 25 ग्राम रस में 11 तुलसी के पत्ते तथा जीरा, हींग व नमक (स्वादानुसार) को गर्म पानी में मिलाकर पीने से काफी हद तक फायदा होता है। नींबू यूं तो पूरे साल मिलता है और पूरे साल ही

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