ABSLM 18-01-2017
चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में आज अखिल भारतीय उच्चतर शिक्षा सर्वेक्षण की विश्वविद्यालय स्तर की एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप मंे एनआईसी के उपनिदेशक अंशुल अग्रवाल, हेमन्त भार्गव और हरियाणा के उच्चतर शिक्षा विभाग चण्डीगढ़ से सह अनुसंधान अधिकारी अशोक कुमार ने इस वर्कशॉप में सभी महाविद्यालयों से आए हुए सभी नॉडल ऑफिसरस को इस सम्बन्ध में ट्रेनिंग दी।
यह जानकारी देते हुए अखिल भारतीय उच्चतर शिक्षा सर्वेक्षण के चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के नॉडल ऑफिसर राम चन्द्र मौर्य ने बताया कि इस कार्यशाला में आए सभी नॉडल ऑफिसरस का स्वागत विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. असीम मिगलानी ने किया।
इस कार्यशाला के सम्बन्ध में डीन ऑफ कॉलेजीस एस.के. गहलावत ने इस विषय पर विस्तार से जानकारी दी। नॉडल ऑफिसर राम चन्द्र मौर्य ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कुमार कायत ने अखिल भारतीय उच्चतर शिक्षा सर्वेक्षण की देश के भिन्न भिन्न वर्ग को होने वाले फायदों के बारे में बताया।
उपनिदेशक अंशुल अग्रवाल ने सभी नॉडल ऑफिसर को ट्रेनिंग देते हुए बताया कि इस वैबसाईट पर डाटा अपलॉड करने की जिम्मेवारी सम्बन्धित विश्वविद्यालय के कुलपति या सम्बन्धित कॉलेजीस के प्राचार्य की होगी। उन्होंने साथ ही बताया कि डाटा को अपलॉड करने में सक्षम न होने वाले संस्थानों को विश्वविद्यालय अनुसंधान आयोग की ओर से मिलने वाले अनुदान में 25 प्रतिशत की कटौती कर दी जाएगी। उपनिदेशक ने इस वैबसाईट में डाटा अपलॉड करने में आने वाली समस्याओं के समाधान हेतू सभी नॉडल ऑफिसरस को जानकारी दी और सभी नॉडल ऑफिसर को आ रही समस्याओं का समाधान भी किया।
सह अनुसंधान अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि इस डाटा का फायदा विद्यार्थियों को मान्यता प्राप्त संस्थानों की जानकारी, पाठयक्रम की जानकारी, संस्थानों में अध्यापकों सम्बन्धी जानकारी आदि बहुत सी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रयोग किया जा सकता है। इस अवसर पर 22 महाविद्यालयों के नॉडल ऑफिसर, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कुमार कायत, कुलसचिव प्रो. असीम मिगलानी, डीन ऑफ कॉलेजीस प्रो. सुरेश कुमार गहलावत, सहकुलसचिव कुलदीप देवगन, सहायक मनोज, संदीप कुमार, सुनील कुमार, देवराज और विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में आज अखिल भारतीय उच्चतर शिक्षा सर्वेक्षण की विश्वविद्यालय स्तर की एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप मंे एनआईसी के उपनिदेशक अंशुल अग्रवाल, हेमन्त भार्गव और हरियाणा के उच्चतर शिक्षा विभाग चण्डीगढ़ से सह अनुसंधान अधिकारी अशोक कुमार ने इस वर्कशॉप में सभी महाविद्यालयों से आए हुए सभी नॉडल ऑफिसरस को इस सम्बन्ध में ट्रेनिंग दी।
यह जानकारी देते हुए अखिल भारतीय उच्चतर शिक्षा सर्वेक्षण के चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के नॉडल ऑफिसर राम चन्द्र मौर्य ने बताया कि इस कार्यशाला में आए सभी नॉडल ऑफिसरस का स्वागत विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. असीम मिगलानी ने किया।
इस कार्यशाला के सम्बन्ध में डीन ऑफ कॉलेजीस एस.के. गहलावत ने इस विषय पर विस्तार से जानकारी दी। नॉडल ऑफिसर राम चन्द्र मौर्य ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कुमार कायत ने अखिल भारतीय उच्चतर शिक्षा सर्वेक्षण की देश के भिन्न भिन्न वर्ग को होने वाले फायदों के बारे में बताया।
उपनिदेशक अंशुल अग्रवाल ने सभी नॉडल ऑफिसर को ट्रेनिंग देते हुए बताया कि इस वैबसाईट पर डाटा अपलॉड करने की जिम्मेवारी सम्बन्धित विश्वविद्यालय के कुलपति या सम्बन्धित कॉलेजीस के प्राचार्य की होगी। उन्होंने साथ ही बताया कि डाटा को अपलॉड करने में सक्षम न होने वाले संस्थानों को विश्वविद्यालय अनुसंधान आयोग की ओर से मिलने वाले अनुदान में 25 प्रतिशत की कटौती कर दी जाएगी। उपनिदेशक ने इस वैबसाईट में डाटा अपलॉड करने में आने वाली समस्याओं के समाधान हेतू सभी नॉडल ऑफिसरस को जानकारी दी और सभी नॉडल ऑफिसर को आ रही समस्याओं का समाधान भी किया।
सह अनुसंधान अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि इस डाटा का फायदा विद्यार्थियों को मान्यता प्राप्त संस्थानों की जानकारी, पाठयक्रम की जानकारी, संस्थानों में अध्यापकों सम्बन्धी जानकारी आदि बहुत सी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रयोग किया जा सकता है। इस अवसर पर 22 महाविद्यालयों के नॉडल ऑफिसर, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कुमार कायत, कुलसचिव प्रो. असीम मिगलानी, डीन ऑफ कॉलेजीस प्रो. सुरेश कुमार गहलावत, सहकुलसचिव कुलदीप देवगन, सहायक मनोज, संदीप कुमार, सुनील कुमार, देवराज और विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
निवेदन :- अगर आपको लगता है की ये लेख किसी के लिए उपयोगी हो सकता है तो आप निसंकोच इसे अपने मित्रो को प्रेषित कर सकते है