abslm 19-01-2017
केंद्रीय एमएसएमई मंत्री श्री कलराज मिश्र ने आज हिंद महासागर रिम संघ (आईओआरए) के सदस्यम देशों के बीच एमएसएमई संबंधी सहयोग पर कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंयने कहा कि इस कार्यशाला से विशेषकर एमएसएमई क्षेत्र में व्याापार एवं निवेश को सुविधाजनक बनाने के क्षेत्र में सदस्यर देशों के बीच आर्थिक रिश्तेम मजबूत होंगे। उन्होंनने यह भी कहा कि भारत ने एमएसएमई क्षेत्र में सहयोग के लिए 18 देशों के साथ सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताकक्षर किए हैं। एमएसएमई मंत्रालय के अधीनस्थे सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम भारतीय राष्ट्री य लघु उद्योग निगम ने एमएसएमई क्षेत्र में सहयोग के लिए कई देशों के अपने समकक्ष संगठनों के साथ 34 एमओयू पर हस्ताउक्षर किए हैं।
श्री मिश्र ने यह भी कहा कि एसएमई संबंधी सहयोग पर इस कार्यशाला से आईओआरए के सदस्यत देशों के बीच विचारों, चिंताओं एवं अनुभवों के आदान-प्रदान में आसानी होगी और इससे एमएसएमई क्षेत्र को लेकर इस क्षेत्र में उभरती चिंताओं को दूर करने के लिए एक साझा एमओयू विकसित करने में मदद मिलेगी। उन्होंरने यह भी कहा कि पिछले 20 वर्षों के दौरान आईओआरए में लचीलापन उसकी सहज ताकत रही है। आईओआरए के अभ्यु दय एवं विकास में उत्तारोत्तनर वृद्धि दर्ज की गई है। उन्हों ने यह भी कहा कि रणनीति एवं प्राथमिकता की आजादी सुनिश्चिित करके इस ताकत को और बढ़ाया जाना चाहिए। एमएसएमई राज्य मंत्री श्री हरिभाई पारथीभाई चौधरी ने इस बात पर विशेष जोर दिया है कि आईओआरए क्षेत्र दुनिया में अधिकतम विकास की संभावनाओं के साथ एक मजबूत क्षेत्र के रूप में उभर कर सामने आया है। उन्होंेने यह भी कहा कि भारत और आईओआरए आपस में मिलकर एक विशाल बाजार का प्रतिनिधित्वो करते हैं, जिसमें आपूर्तिकर्ता अपना कारोबारी स्तरर एवं दक्षता बढ़ा सकते हैं और निवेशक अपनी पूंजी को अधिकतम उत्पादकता के साथ आवंटित कर सकते हैं।आईओआरए के सदस्यर सचिव श्री भगीरथ ने औद्योगिक एवं सांस्कृेतिक सहयोग के लिहाज से आईओआरए के सदस्यर देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के क्षेत्र में आईओआरए के सचिवालय के प्रयासों के बारे में जानकारी दी। उन्होंंने यह भी बताया कि आईओआरए के सदस्य देशों के एमएसएमई (सूक्ष्मब, लघु एवं मझोले उद्यम) किस तरह से और अधिक रोजगार अवसर सृजित करके गरीबी कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं।
एमएसएमई सचिव श्री के के जालान ने कहा कि 2 अरब से भी अधिक की संयुक्ते आबादी के साथ आईओआरए और भारत वस्तु ओं एवं सेवाओं के एक विशाल बाजार का प्रतिनिधित्व करते हैं और भारत में लगभग 600 मिलियन के अत्येधिक खपत वाले मध्यकम वर्ग के विशाल हिस्सेर की बदौलत यह बाजार अत्यंगत आकर्षक है।
केंद्रीय एमएसएमई मंत्री श्री कलराज मिश्र ने आज हिंद महासागर रिम संघ (आईओआरए) के सदस्यम देशों के बीच एमएसएमई संबंधी सहयोग पर कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंयने कहा कि इस कार्यशाला से विशेषकर एमएसएमई क्षेत्र में व्याापार एवं निवेश को सुविधाजनक बनाने के क्षेत्र में सदस्यर देशों के बीच आर्थिक रिश्तेम मजबूत होंगे। उन्होंनने यह भी कहा कि भारत ने एमएसएमई क्षेत्र में सहयोग के लिए 18 देशों के साथ सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताकक्षर किए हैं। एमएसएमई मंत्रालय के अधीनस्थे सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम भारतीय राष्ट्री य लघु उद्योग निगम ने एमएसएमई क्षेत्र में सहयोग के लिए कई देशों के अपने समकक्ष संगठनों के साथ 34 एमओयू पर हस्ताउक्षर किए हैं।
श्री मिश्र ने यह भी कहा कि एसएमई संबंधी सहयोग पर इस कार्यशाला से आईओआरए के सदस्यत देशों के बीच विचारों, चिंताओं एवं अनुभवों के आदान-प्रदान में आसानी होगी और इससे एमएसएमई क्षेत्र को लेकर इस क्षेत्र में उभरती चिंताओं को दूर करने के लिए एक साझा एमओयू विकसित करने में मदद मिलेगी। उन्होंरने यह भी कहा कि पिछले 20 वर्षों के दौरान आईओआरए में लचीलापन उसकी सहज ताकत रही है। आईओआरए के अभ्यु दय एवं विकास में उत्तारोत्तनर वृद्धि दर्ज की गई है। उन्हों ने यह भी कहा कि रणनीति एवं प्राथमिकता की आजादी सुनिश्चिित करके इस ताकत को और बढ़ाया जाना चाहिए। एमएसएमई राज्य मंत्री श्री हरिभाई पारथीभाई चौधरी ने इस बात पर विशेष जोर दिया है कि आईओआरए क्षेत्र दुनिया में अधिकतम विकास की संभावनाओं के साथ एक मजबूत क्षेत्र के रूप में उभर कर सामने आया है। उन्होंेने यह भी कहा कि भारत और आईओआरए आपस में मिलकर एक विशाल बाजार का प्रतिनिधित्वो करते हैं, जिसमें आपूर्तिकर्ता अपना कारोबारी स्तरर एवं दक्षता बढ़ा सकते हैं और निवेशक अपनी पूंजी को अधिकतम उत्पादकता के साथ आवंटित कर सकते हैं।आईओआरए के सदस्यर सचिव श्री भगीरथ ने औद्योगिक एवं सांस्कृेतिक सहयोग के लिहाज से आईओआरए के सदस्यर देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के क्षेत्र में आईओआरए के सचिवालय के प्रयासों के बारे में जानकारी दी। उन्होंंने यह भी बताया कि आईओआरए के सदस्य देशों के एमएसएमई (सूक्ष्मब, लघु एवं मझोले उद्यम) किस तरह से और अधिक रोजगार अवसर सृजित करके गरीबी कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं।
एमएसएमई सचिव श्री के के जालान ने कहा कि 2 अरब से भी अधिक की संयुक्ते आबादी के साथ आईओआरए और भारत वस्तु ओं एवं सेवाओं के एक विशाल बाजार का प्रतिनिधित्व करते हैं और भारत में लगभग 600 मिलियन के अत्येधिक खपत वाले मध्यकम वर्ग के विशाल हिस्सेर की बदौलत यह बाजार अत्यंगत आकर्षक है।
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