ABSLM 18-01-2017
आयुष मंत्रालय 19 जनवरी,
2017 को नई दिल्ली् के पूसा
परिसर में भारत के चिकित्सतकीय एवं सुगंधित पौधों की एक राष्ट्री य नीति के आलेखन
पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्री य परिचर्चा का आयोजन कर रहा है। आयुष राज्यि मंत्री
श्री श्रीपद योसो नाईक, डोनर राज्या
मंत्री श्री जितेन्द्र सिंह एवं कृषि
राज्यक मंत्री श्री पुरूषोत्ताम रूपाला परिचर्चा के उद्घाटन सत्र में भाग लेंगे।
इस अंतर्राष्ट्री य परिचर्चा का मुख्यल उद्देश्यप पर्यावरणगत, कानूनी, सामाजिक, अनुसंधान एवं
विकास, आर्थिक, व्या्पारिक, औद्योगिक, अवसंरचना,
खेती एवं विपणन पहलुओं पर फोकस के साथ उत्पाुदन,
उपभोग एवं विपणन प्रणाली (पीसीएमएस) से संबंधित
बड़ी नीतिगत, संस्थाभगत एवं
नियामकीय मुद्दों की पहचान करना है। चिकित्स)कीय एवं सुगंधित पादप समुदाय के 300 से अधिक प्रमुख सदस्यों के इस सम्मे लन में भाग लेने की उम्मीाद है।
चिकित्सेकीय पादप क्षेत्र; 1) वन एवं संरक्षण,
2) विनियमन, 3) सूचना, शिक्षा एवं संचार, 4) प्रशिक्षण एवं
क्षमता निर्माण, 5) अनुसंधान एवं
विकास, 6) खेती, सतत कटाई एवं कटाई उपरांत प्रबंधन, 7) निर्यात संवर्धन, 8) वाणिज्य , उ़द्योग एवं
विपणन, 9) नेटवर्किंग, ज्ञान प्रबंधन एवं आईटी युक्ति, 10) कार्यक्रम एवं योजनाओं के संदर्भ के साथ
निम्नकलिखित क्षेत्रों से संबंधित एक प्रारूप राष्ट्रीतय नीति का सुझाव देने के
उद्देश्यं से अंतर्राष्ट्री य परिचर्चा के दौरान विचार-विमर्श किया जाना
प्रस्तातवित है।
मुख्यर आउटपुट चार क्षेत्रों; पूर्वोत्तषर,
दक्षिण, पश्चिम एवं उत्तरर भारत पर फोकस के साथ प्रारूप नीति
रूपरेखा एवं संरचना होगा, जिसे बड़े
हितधारकों के साथ साझा किया जा सकता है। आयुष मंत्रालय द्वारा गठित किया जाने वाला
एक कार्यबल अंतिम प्रारूप नीति का संकलन करेगा। अंतिम अंतर्राष्ट्री य परिचर्चा का
आयोजन भारत सरकार को अनुमोदन के लिए प्रस्तुंत किये जाने वाले प्रारूप को अंतिम
रूप देने के लिए किया जाएगा।
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