abslm सिरसा 15मार्च 2017
लोकतंत्र के अंदर मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। जनमत को तैयार करने में और जनता की विभिन्न मांगों को सरकार तक पहुंचाने में मीडिया का अहम योगदान है। चुनाव के दौरान निष्पक्ष एवं पारदर्शी रिर्पोटिंग करके मीडिया समाज उत्थान के लिये कार्य कर सकता है।
यह विचार चौधरी चौ0 देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों पर परिचर्चा में उभर कर सामने आये। इस परिचर्चा का संचालन विभाग के इंचार्ज डा. सेवा सिंह बाजवा द्वारा किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों को कहा कि राजनैतिक रिपोर्टिंग के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनायें है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता के विद्यार्थियों को प्रत्येक राजनैतिक घटनाक्रम पर पैनी नजर रखनी चाहिये। इस अवसर पर विभाग के प्राध्यापक डा. अमित सांगवान ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजों तथा इससे देश पर पड़ने वाले प्रभावों के क्षेत्र में शोध संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मीडिया शोध राजनैतिक संचार की दिशा व दशा निर्धारित करता है। चुनाव के दौरान भी विभिन्न दलों द्वारा वोटरों को लुभाने के लिये प्रचार के विभिन्न यंत्रों का प्रयोग किया जाता है। इसके उपरांत विभाग के प्राध्यापक डा. रविंद्र ने कहा कि प्रिंट व इलैक्ट्रानिक मीडिया के अंदर चुनावों नतीजों को दर्शाने के लिये विभिन्न प्रकार के गा्रफिक्स का प्रयोग किया जाता है ताकि दर्शकों एवं पाठकों की सूचना संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सके।
यह विचार चौधरी चौ0 देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों पर परिचर्चा में उभर कर सामने आये। इस परिचर्चा का संचालन विभाग के इंचार्ज डा. सेवा सिंह बाजवा द्वारा किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों को कहा कि राजनैतिक रिपोर्टिंग के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनायें है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता के विद्यार्थियों को प्रत्येक राजनैतिक घटनाक्रम पर पैनी नजर रखनी चाहिये। इस अवसर पर विभाग के प्राध्यापक डा. अमित सांगवान ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजों तथा इससे देश पर पड़ने वाले प्रभावों के क्षेत्र में शोध संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मीडिया शोध राजनैतिक संचार की दिशा व दशा निर्धारित करता है। चुनाव के दौरान भी विभिन्न दलों द्वारा वोटरों को लुभाने के लिये प्रचार के विभिन्न यंत्रों का प्रयोग किया जाता है। इसके उपरांत विभाग के प्राध्यापक डा. रविंद्र ने कहा कि प्रिंट व इलैक्ट्रानिक मीडिया के अंदर चुनावों नतीजों को दर्शाने के लिये विभिन्न प्रकार के गा्रफिक्स का प्रयोग किया जाता है ताकि दर्शकों एवं पाठकों की सूचना संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सके।
विभाग के प्राध्यापक सुरेंद्र ने कहा कि यदि नारा लेखन को राजनैतिक संचार की आत्मा कहा जाये तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।
पत्रकारिता के विद्यार्थियों को सृजनात्मक लेखन के क्षेत्र में अधिक से अधिक मेहनत करनी चाहिये। डा. कृष्ण ने कहा कि भारत में चुनाव किसी उत्सव से कम नहीं होते है और उस क्षेत्र के लोग भी इस उत्सव में बढ़ चढ़ कर भाग लेते है। लोकतंत्र को और मजबूत बनाने के लिये आवश्यक है कि सभी मतदाता अपने मत का प्रयोग करे । इस अवसर प्राध्यापक राममेहर पालवा व विभाग की शोधार्थी सैफी परूथी, विकास, रविंद्र,विनोद आदि ने भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
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