ABSLM 07-06-2017 ,लक्ष्मण सिंह स्वतंत्र
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ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी उन्मूलन
की बहु-आयामी रणनीति के तहत ग्रामीण विकास मंत्रालय ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम)
के अंतर्गत कौशल विकास हेतु दो पहल की
हैं।
प्लेसमेंट से जुड़ा कौशल विकास कार्यक्रम डीडीयू-जीकेवाई, जो कौशल और सुनिश्चित वेतन वाला रोजगार उपलब्ध करायेगा।
देश में 587 ग्रामीण स्व रोजगार और
प्रशिक्षण संस्थानों (आरएसईटीआई) के माध्यम से कौशल विकास, जो कौशल उपलब्ध करायेंगे।
इससे प्रशिक्षु बैंकों से ऋण लेने और
अपना लघु उद्यम शुरू करने में सक्षम होंगे।
विभिन्न राज्यों में आरएसईटीआई के शानदार प्रदर्शन को सम्मानित करने के लिए मंत्रालय आज चौथा आरएसईटीआई दिवस मना रहा है। वर्ष
2014-15 और 2015-16 में सर्वोतम प्रदर्शन करने वाले राज्यों, आरएसईटीआई का संचालन करने वाले अग्रणी बैंकों और आरएसईटीआई के निदेशकों को कुल
88 पुरस्कार दिये गए। अलग-अलग वर्गों में सर्वोतम प्रदर्शन करने
वाले राज्यों में झारखंड, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, और छत्तीसगढ़ शामिल रहे।
सर्वोतम प्रदर्शन करने वाले
बैंकों में भारतीय स्टेट बैंक, केनरा बैंक, सिंडिकेट बैंक, आईसीआईसीआई और आंध्रा
बैंक रहे।
सर्वोतम प्रदर्शन करने वाली आरएसईटीआई में एसबीआई विजयनगरम, एसबीआई विशाखापत्तनम, पीएनबी गया, केनरा बैंक हलिअल और देवांगरे, सिंडिकेट बैंक मणिपल और मेरठ, आंध्रा बैंक श्रीकुलम, आईसीआईसीआई जोधपुर और उदयपुर व अनंतपुर और बीजापुर के ग्रामीण विकास एवं स्व रोजगार
प्रशिक्षण संस्थान (आरयूडीएसईटीआई) शामिल
रहे।
वर्तमान में देश में 587 आरएसईटीआई काम कर रहे हैं
जो 37 प्रायोजक बैंकों के साथ भागीदारी करके 32 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में कार्यरत हैं। आरएसईटीआई ने 22 लाख बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षित किया है और इनमें से 13 लाख स्व रोजगार में लगे हुए हैं। इनमें से 6 लाख प्रत्याशियों को ऋण
संयोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
आरएसईटीआई ने अपने पाठ्यक्रम को कौशल विकास पाठ्यक्रमों के सामान्य मानदंडों के साथ जोड़ा है। यह एनएसक्यूएफ से जुड़े 56 पाठ्यक्रमों में कौशल प्रदान करते हैं। जिनकी रूपरेखा विशेष रूप से उद्यमिता विकास के लिए तैयार की गई है।
चौथा आरएसईटीआई दिवस समारोह की अध्यक्षता केंद्रीय ग्रामीण विकास, पंचायती राज, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने की। उन्होंने सतत आजीविका के लिए ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ाने
की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इस
बात पर भी जोर दिया कि किस तरह ग्रामीण आजीविका ग्रामीण समूहों के विकास में रणनीतिक योगदान देती है। इस
गति को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने बैंकों
से सहयोग देने की अपील की।
वित्त राज्य मंत्री डॉ. संतोष गंगवार ने आरएसईटीआई के प्रायोजक बैंकों से उनके अग्रणी जिलों में इन केंद्रों को उद्यमिता विकास
के क्षेत्र में ‘‘उत्कृष्टता केंद्रों’’ के रूप में विकसित करने की अपील की। ग्रामीण विकास राज्य
मंत्री श्री रामकृपाल यादव ने देशभर में बेरोजगार युवाओं में क्षमता निर्माण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण प्रकिया में आरएसईटीआई के योगदान की सराहना की।
आरयूडीएसईटी स्व रोजगार पहल के संस्थापक सदस्य डॉ. डी वीरेंद्र हेगड़े ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया और साथी
उद्यमियों की सफलता के लिए आशीर्वाद दिया।
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