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सरपंच की तनख्वाह जितनी है उसमे उससे ईमानदारी की उम्मीद नहीं लगायी जा सकती



07-06-2017 प्रेस नोट -Suresh Dhaka 

आज आम आदमी पार्टी सिरसा के कार्यकर्त्ताओ ने मुख्यमंत्री हरियाणा को  नगराधीश सिरसा द्वारा जनप्रतिनिधियो जैसे सरपंच,पार्षद,आदि की तनख्वाह बढ़ाने व उनके अधिकार क्षेत्र बारे ग्यापन सौंपा।
जिला ऑब्जर्वर कल्याण सिंह ने बताया कि सरपंच की तनख्वाह जितनी है उसमे उससे ईमानदारी की उम्मीद नहीं लगायी जा सकती।
इसी तरह मेम्बर व नम्बरदार भी यदि चौकी,थाना,या कचहरी जाता है तो उसे अपने जेब से खर्च करना पड़ता है। ऐसे में इनका भर्ष्टाचार से दूर रह पाना कठिन लगता है।इस काम के लये सरकारी सहायता उपलब्ध नहीं है। 
सरपंचो की तनख्वाह इनके PA (ग्राम सचिव)से भी कम है। इन्हें mla mp की तरह कोई पेंशन नहीं मिलती जबकि ये भी चुनाव प्रक्रिया से होकर गुजरते है जैसे mla mp
यदि विकास कार्य में कोई भर्ष्टाचार नजरआता है  तो इनके पास उसे रोकने की कोई शक्ति नहीं है।
इन्हें हवाई जहाज व रेल यात्रा में mp mla जैसी सुविधा प्राप्त नही है।
Mla
mp को व उनके परिवार को निजी हॉस्पिटल में मुफ़्त इलाज की सुविधा है। 15000 रूपए का फ़ोन मुफ़्त है।कार लेने व मकान खरीदने के लिए बिना ब्याज के अच्छी खासी रकम मिळती है। ऐसी सुविधाये पार्षदों व सरपंचो के पास नहीं है।
 
विकास करने के लिए ग्रांट की आवश्यकता चाहिए होती है, जो की इन्हें नहीं दी जा रही। ऐसे में ये अपने क्षेत्र में विकास नहीं करवा पा रहे है। नाली गली की समस्या के लिए क्षेत्र के लोग इन्ही के पास जाते है नाकि MLA या MP के पास। ऐसे में लोगो का इनके प्रति विश्वास कम हो सकता है।
अत:आम आदमी पार्टी मुख्यमंत्री हरियाणा से यह मांग करती है कि कम से कम पार्षदों, सरपंचो,नम्बरदार व मेंबर की तनख्वाह क्रमश: 30000, 20000, 10000,10000 की जाएं।
साथ ही इन्हें भी mla mp की तरह क्रमश: 6000,5000,4000,4000 पेंशन भी दी जाये। साथ ही साथ समय पर ग्रांट दी जानी चाहिए।
यदि सरकार ऐसा नहीं करती तो आम आदमी पार्टी के कार्यकर्त्ता 8 जुलाई को AAP के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद के नेतृत्व में वित्त मंत्री  हरियाणा के घर का घेराव करेंगे।और 8 जुलाई तक गाँव गाँव जाकर सरपंचो, नंबर्दारो आदि से इस बारे मुलाकात भी करेंगे और 8 जुलाई का न्यौता भी देंगे। इस अवसर पर संदीप शेरपुरा, मीडिया प्रभारी सुरेश ढाका, अनिल चन्देल, वीरेंद्र कुमार, मलकीत चोरमार, दरिया सिंह चाहरवाला, सुनील हंशराज सामा, जीत सिंह, ताराचन्द फौजी, मास्टर हरबंश लाल, नवजोत चोरमार, रमणीक भाम्भू, सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे ।

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