Abslm सचिन गुप्ता सेगांव (खरगोन) म.प्र
देवी श्री लालबाई फूलबाई मंदिर का इतिहास बहुत पुराना हे !देवी नीम वृछ के निचे विराजमान थी जहा पर मिटटी का चबूतरा भी नहीं था नदी की बाढ़ में मुर्तिया बाह जाती थी बाढ़ के उतार जाने पर मूर्तियो को ढूंढ कर पुनः उसी स्थान पर रखते थे मन जाता हे की देवी श्री लालबाई फूलबाई की प्रतिमा स्वयंभु हे समय परिवर्तन शील हे समय अनुसार परिवर्तन की लहर श्रद्धालुओं में फैलती गई श्रद्धालुओ में जागृति उत्पन्न हुई देवी की कृपा से भव्य मंदिर का निर्माण हुआ श्रद्धालुओ में आस्था बड़ी,आस्था यहाँ तक बड़ी की वर्तमान में गौशाला निर्माण,सामुदायिक भवन,शौचालय काम्प्लेक्स,पक्के घाटो का निर्माण धर्म प्रेमी जनता को आने जाने की सुगमता हो गई देवी श्री लालबाई फूलबाई का मुह पूर्व दिशों हे प्रातः काल सूर्य की किरणे माँ के चरणों को स्पर्श करती हे देवी की महिमा हे की देवी के यहाँ स्नान करने से सारे रोग दूर हो जाते हे देवी श्री लालबाई फूलबाई क बारे में सुविख्यात हे की तीनों पहरो में अपने रूप बदलती हे मंगलवार के दिन माँ का विशेष् श्रृंगार किया जाता हे सुबह शाम आरती होती हे देवी के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त गण दूर दराज से आते हे मंदिर परिसर के दाहिने और माँ गायत्री का मंदिर ,और बाई और भगवान् भोलेनाथ का मंदिर हे चारो और छाईं हरियाली श्रद्धालुओ को बरबस ही अपनी और आकृषित करती हे माँ के दरबार में श्रद्धा और भक्ति के साथ मांगी गई मनोकामना अवश्य पूर्ण होती हे भक्त मंदिर में आकर मन्नत उतरते हे शादि मन्नत पिकनिक तथा मांगलिक कार्य के लिए सुविधा उपलब्ध हे जो न्यूनतम शुल्क पर उपलब्ध हो जाती हे देवी क मंदिर में वर्ष भर कई धार्मिक आयोजन होते रहते हे नव रात्रि पर अष्टमी नवमी के दिन हवन पूजन के पश्यात प्रसादी का वितरण किया जाता हे और दशमी के दिन कन्या भोज और विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता हे इस दौरान खिचड़ी और चाय की नि शुल्क व्यवस्था ग्रामीण और दान दाताओ की मदद से की जाती हे भंडारे का कार्यक्रम विगत कई वर्षो से अनवरत जारी हे भक्तो की मनोकामना पूर्ण करने वाली लालबाई फूलबाई की कृपा श्रद्धालुओ पर बनी रहे मंदिर में जो कुछ भी मांगो वह मनोकमाना पुर्या होती हे देवी की कृपा सभी भक्तो पर बरसती रहे हे
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