abslm 29/12/2021 Mlsu news udaipur
मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के द्वारा आयोजित दि इंडियन इकॉनॉमिक असोसिएशन के तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस का समापन समारोह दिनाँक 29 दिसंबर को किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि श्रीमान लक्ष्यराज सिंह जी मेवाड़ थे। उन्होंने आयोजकों को कॉन्फ्रेंस के सफल आयोजन की बधाई दी।
मेवाड़ राजपरिवार के सदस्य श्री लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि
हर भारतवासी का कर्तव्य बनता है कि वह आदर्श जीवन मूल्यों पर डटकर देश की अर्थव्यवस्था को गति दे ताकि 21वीं शताब्दी किसी और की नहीं हिंदुस्तान की हो
मेवाड़ राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि हमारे रुपए के मूल्य का ग्राफ आगे आने वाले समय में फिर ऊपर पहुंचेगा। लेकिन काबिले गौर यह है कि भारतीयों के जीवन मूल्यों का ग्राफ कल भी ऊपर था, आज भी ऊपर है और आगे आने वाले समय में भी ऊपर रहेगा। आदर्श जीवन मूल्यों का जीवंत संदेश प्राचीनकाल से मेवाड़ से देश-दुनिया को मिलता रहा है और मिलता रहेगा। हर भारतवासी का कर्तव्य बनता है कि वह अपने आदर्श जीवन मूल्यों पर डटकर देश की अर्थव्यवस्था को गति देने में सहयोग करे ताकि 21वीं शताब्दी किसी और की नहीं हिंदुस्तान की हो। लक्ष्यराज सिंह ने कहा कि भारतीय नारी का आर्थिक प्रबंधन देश-दुनिया में बेमिसाल है। आधी रात को जब बैंक बंद होते हैं, एटीएम तक जाने का समय नहीं होता है तब हमारी माता-बहिनों से जो धन मिलता है उस आर्थिक प्रबंधन की तुलना किसी भी धन से कर पाना संभव नहीं है। हाल ही के वर्षों में हमने देखा कि महिलाओं के पास इतना धन निकला था कि जिससे वह प्लाट नहीं, बल्कि कई घर खरीद सकती थीं। भारतीय नारी ने पूरी दुनिया में यह संदेश दे दिया है कि वह भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।
समापन समारोह के अन्त में आयोजक समिति के अध्यक्ष प्रो. हनुमान प्रसाद ने इण्डियन इकोनोमिक एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आज के इस कार्यक्रम में महाराज श्री लक्ष्यराज सिंह जी मेवाड़ की उपस्थिति हमारे अतिथियों के स्मृति पटल पर सदैव अंकित रहेगी । जब भी वे उदयपुर के पर्यटन स्थल व स्मारकों की स्मृति करेंगे, तब तब वे मेवाड़ की संस्कृति के आतिथ्य सत्कार से अभिभूत होंगे।
इसके अलावा उन्होंने प्रोफेसर अमेरिका सिंह जी का संदेश देते हुए सफल आयोजन के लिए इन्डियन इकनॉमिक एसोसिएशन को बधाई दी एवं भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन का न्योता स्वीकार करने के लिए विश्वविद्यालय तैयार है।
प्रोफेसर अमेरिका सिंह जी ने सत्र को ऑनलाइन संबोधित किया. मंच पर आसीन सभी महानुभवों को उपरणे एवं स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। आयोजन की सह सचिव डॉ.नेहा पालीवाल ने तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस का विवरण प्रस्तुत किया। प्रबन्ध अध्ययन संकाय के निदेशक प्रो. हनुमान प्रसाद को इंडियन इकनॉमिक एसोसिएशन के प्रतिष्ठित सम्मान "फैलो ऑफ इंडियन इकॉनॉमिक असोसिएशन" से नवाज़ा गया।समापन समारोह में डॉक्टर प्रहलाद धाकर, जमुना कुमारी राव, हितेष कुमार सुथार, मोनिका भाटी, डॉ.नेहा पालीवाल, डॉ. सिम्मी अग्रवाल एवं महीपाल सिंह को सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र के लिए सम्मानित किया गया।डॉ. करीमुल्लाह एवं सुशील कुमार त्रिपाठी को उनके शोध पत्र "टेक्नोलॉजिकल डिसर्पशन एंड इट्स इम्पौरटेंस ड्यूरिंग द ब्लैक स्वौन ईवेंट (कोविड - 19) : ऐविडैंसिस फ्रोम पेमेंट सिस्टम एंड स्टोक मार्केट्स इन इंडिया" के लिए आशा देवी सबलोक गोल्ड अवार्ड दिया गया।लाइफटाइम अचीवमेंट सम्मान लखनऊ के प्रोफेसर नरसिंह जी को दिया गया।
कार्यकारिणी के सदस्य डॉ. स्वाति बण्डी, डॉ.नेहा नागौरी, सारिका सिंह, ममता पगारिया, किरण डांगी को प्रिंटिंग, डॉ. ज्योति सुवलका को मीडीया, डॉ. देवेंद्र मेघवाल, डॉ.भूपेन्द्र आर्या, चिराग दवे, वरुण चौधरी एवं अंशुमन सिंह को निवास-स्थान समिती, डॉ. पूजा देवीजा, गजेंद्र माली, तनुजा सिंघल, दिपिका चपलोत एवं हर्षा कुमावत को स्थल प्रबंधन एवं सजावट, डॉक्टर तरन्नुम हुस्सैन, रानु नागौरी, शुभ्रा जैन, प्रियंका चितोड़ा, रिया गर्ग को पंजीकरण, देवेंद्र यादव, दिनेश चंद्रशेखर, हर्षा कुमावत को खान-पान व्यवस्था, अंशुमन सिंह, गजेंद्र माली, हरजी मीना, दिनेश मीना एवं मनीष साल्वी को कोविड प्रोटोकॉल समिति के लिए सम्मानित किया गया। समापन समारोह के पश्चात इंडियन इकॉनॉमिक असोसिएशन के पदाधिकारियों कि बैठक हुई।कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर कुमुद एवं डॉक्टर सपना ने किया। संकाय के प्रो. मीरा माथुर, जसवंत उपाध्याय एवम डी.एस. मेनारिया सहित अन्य गणमान्य ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दी .
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