abslm 29/12/2021 एस• के• मित्तल
सफीदों, सफीदों क्षेत्र में यूरिया खाद को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। इसी कड़ी में बुधवार सुबह यूरिया खाद को लेकर किसानों ने जमकर बवाल काटा।
किसानों ने पुरानी अनाज मंडी हाट रोड वाले गेट पर जाम लगाकर जमकर नारेबाजी की। मामले की सूचना प्रशासन व पुलिस को दी गई। सूचना पाकर एसडभ्ीएम डा. आनंद कुमार शर्मा व एसएचओ सुरेश कुमार मौके पर पहुंचे। बता दें कि मंगलवार तड़के 5 बजे 58 हजार यूरिया खाद के कट्टों से भरी मालगाड़ी सफीदों के रेलवे ट्रैक पर पहुंची। इसकी भनक सफीदों क्षेत्र के किसानों को लग गई।
घंटे भर में क्षेत्र के हजारों किसान पुरानी अनाज मंडी में खाद वितरक भाना मल दीप चंद की दुकान पर जमा हो गए और बहुत लंबी लाईन लगाकर खड़े हो गए। खाद लेने के लिए भारी तादाद में महिलाएं भी आई हुईं थी। इतनी देर में खाद से भरे ट्रक पुरानी मंडी में आना शुरू हो गए लेकिन कुछ ही देर में वे ट्रक वापिस मंडी में से निकलना शुरू हो गए। ट्रकों को वापिस जाता देखकर किसान आक्रोशित हो गए। किसानों ने उन ट्रकों को रोकने की कोशिश की लेकिन एक ट्रक चालक ने अपनी गाड़ी को तेज स्पीड से भगा लिया।
किसानों ने ट्रक का पीछा करते हुए उसे पुरानी अनाज मंडी के हाट रोड वाले गेट पर रोक लिया। उसके बाद किसान ट्रक के आगे लेट गए तथा कुछ किसान ट्रक के ऊपर चढ़ गए। उसके बाद सैंकड़ों किसान हाट रोड पर जमा हो गए और फाटक की ओर से आने वाले खाद से भरे ट्रकों को रोकना शुरू कर दिया। ट्रक ड्राईवरों ने विरोध किया तो किसानों ने साफ किया कि या तो ट्रक पुरानी अनाज मंडी में जाएंगे या यहीं पर ही रूके रहेंगे। सफीदों क्षेत्र के हक का खाद किसी भी तरीके से बाहर नहीं जाने देंगे। उसके बाद खाद से भरे ट्रक पुरानी अनाज मंडी में प्रवेश करना शुरू हो गए तथा किसानों ने कोई भी ट्रक आगे नहीं जाने दिया। किसानों का आरोप था कि सफीदों हलके के खाद को दूसरे जिलों में अवैध रूप से ब्लैक मार्किटिंग के लिए भेजा जा रहा है। वे सुबह से ही लाईनों में खड़े है लेकिन उन्हे खाद नहीं दिया जा रहा और उसे बाहर भेजा जा रहा है। किसानों का कहना था सफीदों क्षेत्र में यूरिया खाद की ब्लैक मार्किटिंग चल रही है।
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खाद के विक्रेता अपने चहेतो को खाद दे रहे हैं तथा किसानों को टरकाया जा रहा है। इसके अलावा किसानों को खाद के साथ-साथ कीटनाशन दवाईयां भी थोपी जा रही हैं। किसानों का कहना है कि खेतों में यूरिया की जबरदस्त जरूरत है तथा यूरिया के बिना उनकी फसलें खराब हो रही हैं। उन्हें महज प्रति आधार कार्ड पांच बैग ही दिए जा रहे हंै जबकि उन्हें यूरिया की ज्यादा जरूरत है। मामले की सूचना पाकर सिटी थाना प्रभारी सुरेश कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। एसएचओ से पुलिस की एक जिप्सी तैनात करवाकर पुलिस के द्वारा खाद वितरण की पर्चियां काटनी शुरू की। वहीं एसडीएम आनंद कुमार शर्मा भी पुरानी अनाज मंडी पहुंचे और खाद विक्रेता से बात की। एसडीएम डा. आनंद कुमार शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि किसी भी रूप में ब्लैक मार्किटिंग नहीं होने दी जाएगी और ना ही खाद के साथ कीटनाशक थोपनी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर किसी किसान के साथ ऐसा हुआ है तो वह उन्हे शिकायत दे। शिकायत प्राप्त होते ही त्वरित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आज आए खाद के रैंक में 58 हजार बैग यूरिया के आए है। उसमें से सफीदों को 28 हजार कट्टे अलॉट हैं। खाद की कोई कमी नहीं है तथा हर किसान को खाद उपलब्ध करवाया जाएगा।
फोटो कैप्शन 1. व 2.: खाद से भरे हुए ट्रकों को रोकते हुए किसान।
फोटो कैप्शन 3.: ट्रक ड्राईवर से बहस करते हुए किसान।
फोटो कैप्शन 4.: किसान को पर्ची काटकर देता हुए एक पुलिसकर्मी।
फोटो कैप्शन 5.: पत्रकारों को जानकारी देते हुए एसडीएम डा. आनंद कुमार शर्मा।
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