AABSLM

हमारी साइट में अपने समाचार सबमिट के लिए संपर्क करें

आयुष्मान भारत योजना के विस्तारीकरण से जिला के 5 लाख 89 हजार परिवार होंगे लाभाविंत योजना के तहत दिव्यांगता का भी होगा ईलाज : कंवर पाल गुज्जर

ABSLM 21/11/2022 एस• के• मित्तल    

जींद आयुष्मान भारत योजना का अंत्योदय परिवारों तक विस्तार कार्यक्रम को लेकर लघु सचिवालय के सरल केन्द्र में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुज्जर ने योजना के तहत लाभाविंत जनों को गोल्डन कार्ड तिररीत किये। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि हरियाणा में हर व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिले, इसके लिए सरकार द्वारा लगातार स्वास्थ्य  सेवाओं का सुदृढ़ीकरण और विस्तारीकरण किया जा रहा है। इसी कड़ी में एक कदम और आगे बढ़ते हुए हरियाणा सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश के ऐसे जरूरतमंद परिवारों को भी लाभ देने की शुरुआत की है, जिनका नाम वर्ष 2011 के सामाजिक आर्थिक और जातिगत जनगणना  डाटा में दर्ज नहीं था। ऐसे सभी व्यक्तियों के आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाये जा रहे हैं। कंवर पाल गुज्जर ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं हर व्यक्ति का मूल अधिकार है, जो उसे अवश्य मिलना चाहिए। इसलिए मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन से राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए प्रदेश में एसईसीसी सूची में शामिल परिवारों के अलावा ऐसे सभी परिवारों, जिनकी वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये तक है, उन्हें आयुष्मान भारत योजना का लाभ देने का निर्णय लिया। इस योजना में शामिल किए जाने वाले अन्य परिवारों का 5 लाख रुपये तक का खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। इसी प्रयास को अब मूर्तरूप देते हुए आज सरकार द्वारा लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड वितरित किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि गरीब आदमी को बिमारी का ईलाज करवाने में बहूत बड़ी समस्या थी, कई बार तो बीमारी के कारण व्यक्ति अपनी जमीन जायदाद व अन्य संसाधन बेचने को मजबूर हो जाता है, इसको ध्यान में रखते हुए माननीय प्रधानमंत्री ने 2018 मे इस योजना का शुभारंभ किया था। योजना के तहत प्रत्येक वर्ष व्यक्ति 5 लाख रूपये तक का किसी भी सरकारी व पैनल पर लिए गए निजी अस्पताल में अपना ईलाज करवा सकता है। यही नही अबकि बार दिव्यांगता का ईलाज भी योजना के तहत करवाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि  हरियाणा में 1.80 लाख रूपये तक आमदनी वाले परिवार को गरीबी की कटैगरी में रखा गया है। राज्य सरकार द्वारा योजना बनाई गई है कि परिवार पहचान पत्र के माध्यम से स्वत: ही आयुष्मान भारत योजना, जाति प्रमाण पत्र आय प्रमाण पत्र, वद्धावस्था पेंशन आदि से जोड दिया जाएगा। जो कि अन्य प्रदेशों के मुकाबले सबसे ज्यादा है। उन्होने कहा कि जींद जिला में 5 लाख 89 हजार परिवार लाभाविंत होगें।
उपायुक्त डॉ मनोज कुमार ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लोगों के कल्याण के लिए बहुत सी योजना चलाई गई है। सरकार अन्त्योदय की भावना से कार्य कर रही है और सरकार का पर्यास है कि अंतिम पंक्ति में खड़ा व्यक्ति भी जरूरत अनुसार सरकारी योजनाओ से लाभाविंत हो। उन्होंने कहा कि भगवान न करे कि किसी भी परिवार के घर में बीमारी आए और इलाज के बगैर किसी भी जन की हानी हो । उन्होंने कहा कि जींद जिला के पांच हजार से उपर परिवार इस योजना का लाभ लेगें। जींद में 12 सरकारी तथा 11 निजी अस्पतालो में योजना के तहत ईलाज करवा सकते है। उन्होने कहा कि लगभग 55 लाभार्थियों को योजना के तहत कार्ड आज दिये जाएगें और शेष बचे लाभार्थी  कार्ड अपने नजदीकी सीएससी सेंटर से प्राप्त कर सकेंगे। इस अवसर पर दीपक कुमार, कमलेश देवी, श्यामलाल समेत लगभग 55 व्यक्तियों को शिक्षा मंत्री ने योजना के तहत गोल्डन कार्ड देकर लाभाविंत किया। कार्यक्रम में जींद के विधायक डॉ कृष्ण लाल मिढा, बीजेपी के जिला प्रधान राजू मोर, डॉ राज सैनी, अमर पाल राणा, पूर्व विधायक सफीदों कली राम पटवारी, रामफल शर्मा, पुष्पा तायल, नगराधीश अमित कुमार, सिविल सर्जन डॉ मंजू कादयान समेत सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।  

निवेदन :- अगर आपको लगता है की ये लेख किसी के लिए उपयोगी हो सकता है तो आप निसंकोच इसे अपने मित्रो को प्रेषित कर सकते है