abslm एस• के• मित्तल
सफीदो, सफीदों उपमंडल के गांव खेड़ाखेमावती के बारिश व ओलावृष्टि से पीड़ित किसानों ने वीरवार को अपनी दास्तान सुनाई। किसान सुभाष, राममेहर, गोपी, संदीप, रामपाल, रघुबीर, रोशन, रमेश, सुभाष, जगबीर, टिंका, आजाद, चंद्रभान, रवि, संजय ने बताया कि कुदरती मार के कारण वे बुरी तरह से लूटपीट गए है। तूफान, बारिश व ओलावृष्टि से उनकी धान की फसल बर्बाद हो गई। उनकी पकी पकाई फसल गिरकर खराब हो गई है और उनकी लहलहाती फसल केवल पराली में तबदील हो गई है। उन्होंने 60 से 70 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से जमीन ठेके पर ली हुई है और उसके ऊपर बीज, खाद, दवाई व अन्य खर्च कर चुके हैं। उनका एक एकड़ पर ठेके समेत करीब एक लाख का खर्चा हो गया है लेकिन 6 महीने की मेहनत के बाद उनके हाथ में कुछ भी नहीं आया है।
वे अब इस हालात में है कि थोड़ी बहुत बची फसल को कटवाने का खर्चा तक उठाने में असमर्थ हैं। अब उन्हे यह चिंता सता रही है कि जिन लोगों से उन्होंने कर्ज उठाकर जमीन ठेके पर लेकर उसके ऊपर खर्चा किया ऐसी स्थिति में वे अब अपना लिया हुआ कर्ज किस प्रकार से उतार पाएंगे। इसके अलावा उनकी सब्जी की फसल भी पूरी तरह से चौपट हो गई है। किसानों ने बताया कि वे इस संबंध में अपने इलाके से संबंधित पटवारी से भी मिले थे। जिस पर उन्होंने बताया कि अभी ऊपर से गिरदावरी करने के कोई आदेश नहीं आए हैं। जैसे ही आदेश आएंगे वैसे ही वे गिरदावरी का कार्य शुरू कर देंगे। किसानों ने कहा कि वे अब पूरी तरह से बेबस हो चुके हैं। उन्होंने सरकार व प्रशासन से मांग की कि खेतों में हुए नुकसान की तत्काल गिरदावरी करवाई जाए और उन्हे मुआवजा दिलवाया जाए।
फोटो कैप्शन 19एसएफडीएम4.: अपनी तबाह हुई फसलों को दिखाते हुए गांव खेड़ाखेमावती के किसान।
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