ABSLM 28/10/2023
राजनीति की भेंट चढ़ा देश का अन्नदाता पालनहार किसान,पूरे देश में राजनीति का जहर इतना फेल चुका है की सत्ता पाने के लिए मनुष्य किसी भी हद तक जा सकता है जितनी भी राजनेतिक पार्टी है सब एक दूसरे को नीचा दिखाने में और एक दूसरे की बुराई करने में अपना समय तो बर्बाद कर रहे है साथ ही जो देश का अन्नदाता पालनहार किसान है जो देश की नीव की ईट है उसकी तरफ किसी कोई ध्यान नहीं है और एक दूसरे को गलत और झूठे साबित करने के लिए कोई भी नीच से नीच हरकत करने से नहीं चूकते और देश का पैसा जो विकास हेतु उपयोग होना चाहिए जो केस लड़ने में,गुंडागर्दी करने में और एक दूसरे को झूठे इल्जाम की साजिश रचने में खर्च किया जा रहा है,और इसका सीधा असर महंगाई किसान पर ही आकर टिकता है,जो सदियों से किसान खून पसीने बहाकर कमर तोड़ मेहनत करता है उसका सही मूल्य किसान को कभी भी नहीं मिल पाता है क्योंकि देश का सर्वनाश करने पर तो कुछ भ्रष्ट राजनेता तुले हुए हैं और इस राजनेतिक स्वार्थ सिद्ध की लड़ाई में बेचारा अन्नदाता पालनहार किसान दिन रात राजनीति की भेंट चढ़ रहा है जो भी देश की आर्थिक स्थिति जब गड़वड़ाती हैं उसका गुना भाग कर सब कुछ कही न कही होकर सिर्फ और सिर्फ किसान पर धकेल दिया जाता हैं और फिर कर्ज के बोझ तले देश का पालनहार अन्नदाता इतना दब जाता हैं की कर्ज चुकाना ही वो अपने जीवन का उद्देश्य समझ लेता है,और फिर राजनीति के शिकारी अपने जाल में फसाने के लिए किसान की कोरी प्रशंसा करके अपना स्वार्थ सिद्ध करते रहते हैं और सच्चे ह्रदय से इन राजनेतिक दलालों का भरोसा बेचारा अन्नदाता पालनहार किसान हर बार राजनीति की भेंट चढ़ जाता हैं,(लेखक बलदेव चौधरी )
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