AABSLM

हमारी साइट में अपने समाचार सबमिट के लिए संपर्क करें

गउ को माता के रूप में पूजा जाता हैं तो वहीं गौ-दान करना सबसे बड़ा पुण्य माना गया हैं

abslm 19/3/2024 laxman 

जहां एक और गउ को माता के रूप में पूजा जाता हैं तो वहीं गौ-दान करना सबसे बड़ा पुण्य माना गया हैं क्योंकि गौ माता में सभी देवताओं का वास होता हैं तथा गउ माता की पूजा करने से सभी पापों का हरण एवं कश्टों का निवारण हो जाता हैं। ये शब्द लायन्स क्लब सिरसा अमर के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी रमेश साहुवाला ने स्थानीय चौ. देवीलाल गौशाला में गौदान के महत्त्व पर मित्रों से चर्चा करते हुए कहें। उन्होंने कहा कि गौदान से व्यक्ति को अक्षय फल की प्राप्ति होती हैं और भगवान श्री कृश्ण का आर्शीवाद भी मिलता हैं तथा गौमाता को धन माना गया हैं क्योंकि गौमाता में लक्ष्मी जी का वास होता हैं। लक्ष्मी माता धन की देवी होती हैं इसलिए गौमाता अमूल्य धन के बराबर होता हैं तथा इनका दान पंच महादानों से भी सर्वश्रेश्ठ माना गया हैं जिससे मृत्यु के बाद का मार्ग भी सरल हो जाता हैं।

श्री साहुवाला ने कहा कि नव ग्रहों की शांति के लिए भी गौ-दान शुभ माना गया हैं तथा गौ-दान से ग्रहों की अशुभ दशा भी शुभ हो जाता हैं तथा मंगल दोष के कारण जीवन में उथल-पुथल मची हुई हो तो वह भी शांत हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि गौ-दान करने से व्यक्ति कर्ज और आर्थिक तंगी जैसी समस्याओं से मुक्त हो जाता हैं और उसके जीवन में शांति, समृद्धि,खुशहाली, उत्सव और उल्लास आ जाता हैं और व्यक्ति काम, क्रोध, लोभ, मोह से दूर हो जाता हैं। उन्होंने कहा कि गौ-दान करने से पितृ हमेशा खुश रहते हैं तथा अपना आर्शीवाद हम पर बरसाते रहते हैं और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती हैं।
इस अवसर पर पूज्यचरण गीता ज्ञानेश्वर भगवत व्यास डा. स्वामी दिव्यानन्द जी महाराज भिक्षू के आर्शीवाद से स्वामी रमेश साहुवाला ने परिवार सहित एक गाय दान की तथा प्रतिवर्श एक गाय दान करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर गौशाला के प्रधान जोगिन्द्र नागपाल, उप-प्रधान कृश्ण गर्ग, सचिव धर्मपाल मैहत्ता, सन्तलाल गुम्बर, महेश बड़ोपलिया, गोपीचन्द मोदी, संजीव जैन, सोनू डूमरा, कृश्ण गुप्ता, सतीश गोयल, पवन गोयल, डा. सुभाश नरूला, डा.शिव नरूला, नीलम साहुवाला, रीना साहुवाला, भावना, लवदीप रत्ती, सुरज भान सिंगला उपस्थित थे। इस अवसर पर महाराज श्री ने स्वामी रमेश साहुवाला व उनके परिवार को प्रसाद एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मनित किया।

निवेदन :- अगर आपको लगता है की ये लेख किसी के लिए उपयोगी हो सकता है तो आप निसंकोच इसे अपने मित्रो को प्रेषित कर सकते है