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अर्ध समाधी लिए युवक से मिलने पहुंची सांसद संजना जाटव,बोली - संसद में रखेंगी नौकरी की मांग*

abslm  14/06/2024

भरतपुर-  ट्रैफिक चौराहे स्थित मुख्यमंत्री जनसुनवाई केंद्र के सामने महाराजा सूरजमल की प्रतिमा के पास युवक ने अर्ध समाधि ली हुई है। युवक की मांग है कि, उसे अनुकंपा नौकरी दी जाए। क्योंकि उसके पिता सी आर पी एफ में थे और, फील्ड ऑपरेशन पर जाते समय उनका निधन हो गया था। युवक का अर्ध समाधि का तीसरा दिन जारी है। शुक्रवार को सांसद संजना जाटव युवक से मिलने के लिए पहुंची। इस दौरान उन्होंने आश्वासन युवक की नौकरी के लिए वह संसद में भी आवाज उठाएंगी।



*मेडिकल की टीम रोजाना कर रही युवक के चेकअप*
दरअसल राधेश्याम उर्फ गौरव ने अनुकंपा नौकरी की मांग को लेकर 12 जून को अर्ध समाधि ली थी। युवक का कहना है कि, जब तक उसकी मांग पूरी नहीं होगी वह इस आंदोलन को खत्म नहीं करेगा। प्रशासन के अधिकारी राधेश्याम के पास पहुंचे थे। उन्होंने आंदोलन को खत्म करने की अपील की, इसके अलावा आरबीएम अस्पताल से एक मेडिकल की टीम राधेश्याम का सुबह शाम चेक अप कर रही है।
*मां ने मुख्यमंत्री हाउस के सामने आत्मदाह करने की दी चेतावनी*
राधेश्याम की मां माया देवी का कहना है कि उसके बेटे को समाधि लिए 3 दिन हो चुके हैं। लेकिन जिले का कोई भी विधायक उसके पास नहीं आया। उनका गांव डीग कुम्हेर विधानसभा में आता है। वह मूल रूप से पैंगौर के रहने वाले हैं। विधानसभा चुनावों के दौरान बीजेपी विधायक शैलेश सिंह ने उन्हें आश्वासन दिया था कि वह राधेश्याम की नौकरी लगवाने ने उसकी सहायता करेंगे। अब प्रदेश में बीजेपी की सरकार है। उसके बाद भी मेरे बेटे की नौकरी नहीं लग पा रही। मेरे बेटे राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेडम सहित कई मंत्रियों से गुहार लगाई लेकिन, सुनवाई नहीं हुई। अब उनके बेटे को अर्ध समाधि लिए 3 दिन हो गए हैं। अगर उनके बेटे को कुछ हुआ तो सीएम हाउस के सामने आत्मदाह करूंगी।
*सांसद संजना ने संसद में मुद्दा उठाने की कही बात*
सांसद संजना जाटव का कहना है कि राधेश्याम को समाधि लिए 3 दिन हो गए हैं। जब 3 गौरव महीने का था तो उसके पिता का फील्ड ऑपरेशन पर जाते समय निधन हो गया था। 18 साल का होने के बाद राधेश्याम ने अनुकंपा नौकरी की मांग की, बीजेपी सरकार से राधेश्याम ने हर तरीके से गुहार लगाई। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मेरी यही मांग है कि उन्हें न्याय मिले। राधेश्याम की नौकरी के लिए में संसद में आवाज उठाउंगी।
*राधेश्याम के पिता का फील्ड ऑपरेशन पर जाते समय हुआ था निधन*
राधेश्याम ने बताया कि उसके पिता जवाहर सिंह सी आर पी एफ में तैनात थे। साल 1999 में फील्ड ऑपरेशन के लिए वह नीमच जा रहे थे। इस दौरान उन्हें दिमागी बुखार आने के कारण उनका निधन हो गया। जब राधेश्याम की उम्र 3 महीने थी। 18 साल का होने के बाद उसने सी आर पी एफ में अनुकंपा नौकरी के लिए आवेदन किया।
लेकिन उसको फिजिकल अनफिट बताकर बाहर कर दिया
गया। जिसके बाद सी आर पी एफ ने साल 2020 में राजस्थान
सरकार को  एक लेटर लिखा गया। जिसमें मानवीयता के आधार पर अनुकंपा नौकरी देने की मांग की गई। लेकिन हर जगह से उसे आश्वासन मिला और
अभी तक नौकरी नहीं मिली।

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