AABSLM

हमारी साइट में अपने समाचार सबमिट के लिए संपर्क करें

जिला स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर एसकेडी विश्वविद्यालय में कवि सम्मेलन *

ABSLM  15/07/2024

हनुमानगढ़, 12जुलाई। हास्य और प्रेम रंग की रचनाओं के साथ शुरु विराट कवि सम्मेलन में कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं की तालियां बटोरी।
*कश्ती का मुसाफ़िर हूँ उस पार उतरना है,
मल्लाह के हाथों में जीना और मरना है ।
जीना है समंदर के सीने से लिपट जाना,
साहिल की तरफ बढ़ना जीना नहीं मरना है ।
घर छोड़ के जाना तुम गर छोड़ दे घर तुमको,
तारों का निकलना ही रातों का सँवरना है ।
है भोलापन कितना, महबूब की आखों में ,
बस आँख में बस जाऊँ, मेरा यही सपना है।* - राजेश चड्ढा 
--------- 

बनारस से कवियत्री विभा सिंह ने मां सरस्वती वंदना "जय जय जय हे माता शारदे, अग जग की तू माता शारदे" गाते हुए कवि सम्मेलन का आगाज किया। उन्होंने भारतीय संस्कृति और महिलाओं के श्रृंगार के गीत गाकर वाहवाही लूटी। उन्होंने प्रेम और मजबूत रिश्तों को लेकर रचनाएं सुनाई।।

--------- 



लाफ्टर चैलेंज फेम ख्याली सहारण ने मंच से राजस्थानी संवाद करते हुए श्रोताओं को खूब हंसाया। उन्होंने रचनाओं में अपने बचपन में संघर्ष से लेकर टीवी में पहुंचने तक की रोचक कहानी सुनाई। हरियाणा और राजस्थान के रिश्तों को हास्य के रंग में डुबोया।
"तेरे शहर का यह मौसम प्यारा लगे,
यह शाम चुरा लूं तो बुरा ना लगे।" 
 

---------- 
रावतसर से रूप सिंह ने पेपर लीक और युवा मन के उबाल को पंक्तियों में संजोया। 
"बरसना है तो रामजी ढंग स्यूं बरसो,
गाजण-गूजण में के पड़यो है ।
पति न परमेशर मानो ए पत्नियों,
साजण-सूजण में के पड़यो है ।
घरूं पढ़ण जान्ती छोरियां न इत्तो ई कहंनो है ,
थे दौड़ लगाण सीख ल्यो,
भाजण-भूजण में के पड़यो है" ।

---------- 

इस मौके पर जिला कलेक्टर श्री काना राम, पुलिस अधीक्षक श्री विकास सांगवान, श्री गुरु गोविंद सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री बाबूलाल जुनेजा, एसकेडी निदेशक श्री दिनेश जुनेजा, एडीएम श्री उम्मेदी लाल मीना, एसडीएम डॉ. दिव्या, जनप्रतिनिधि श्री देवेन्द्र पारीक, श्री अमित सहू सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

निवेदन :- अगर आपको लगता है की ये लेख किसी के लिए उपयोगी हो सकता है तो आप निसंकोच इसे अपने मित्रो को प्रेषित कर सकते है